रांची:झारखंड में कोरोना वायरस एक बार फिर पांव पसार रहा है. पिछले कुछ दिनों में राजधानी रांची में संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. आज एक बार फिर 44 संक्रमित हटिया स्टेशन पर मिले हैं.
कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए एक बार फिर विभिन्न यातायात मार्गों पर कड़ाई से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराए जाने की कोशिश तेज हो गई है. इसी कड़ी में रांची और हटिया रेलवे स्टेशन पर कोविड-19 का टेस्ट ऑन द स्पॉट किया जा रहा है. शनिवार को हटिया स्टेशन से 55 और रांची रेलवे स्टेशन से 10 संक्रमित मिले थे. वहीं, रविवार को फिर 44 संक्रमित अन्य प्रदेशों से राजधानी रांची पहुंचे. मिली जानकारी के मुताबिक ओडिशा से आने वाली तपस्विनी एक्सप्रेस और राउरकेला पैसेंजर से लगभग 44 संक्रमित मिले हैं. तमाम लोगों आइसोलेट करने का निर्देश दिया गया है.
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बढ़ा संक्रमण का खतरा
जानकार बता रहे हैं कि ओडिशा से आ रहे अधिकतर यात्री कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं. फिलहाल ओडिशा डेंजर जोन बना हुआ है. इसे देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड पर है. लगातार यात्रियों की गहन जांच की जा रही है. इसके बावजूद यात्री कोविड-19 टेस्ट कराने से बचकर स्टेशनों से निकल जा रहे हैं. ऐसे में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है.
कोरोना सैंपल लेने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को वेतन नहीं
दूसरी ओर कोरोना सैंपल लेने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को 3 महीने से वेतन नहीं दिया गया है. इससे खफा तमाम स्वास्थ्य कर्मी रांची और हटिया रेलवे स्टेशन पर काला बिल्ला लगाकर कामकाज निपटाया और विरोध जताया .उनका कहना है कि लगातार जोखिम भरा काम वे लोग कर रहे हैं. लेकिन घर चलाने के लिए भी उन्हें किसी और के पास हाथ फैलाना पड़ रहा है. स्वास्थ विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रही है. ऐसे में काम पर भी असर पड़ रहा है.