रांची: बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में उम्रकैद की सजा काट रहे 71 वर्षीय कैदी नाटो बड़ाइक ने फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली. मृतक झारखंड के गुमला जिले के पालकोट थाना क्षेत्र के तपकरा गांव का रहने वाला था.
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जानकारी के अनुसार, नाटो बड़ाइक ने जेल अस्पताल के वार्ड नंबर तीन में शुक्रवार सुबह बाथरुम में रस्सी और मफलर का फंदा बनाकर झूल गया. वार्ड के एक कैदी ने नाटो बड़ाइक को फंदे पर झूलता देखर शोर मताया. इसके बाद आनन-फानन में उसे रिम्स भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
नाटो बड़ाइक पिछली 30 मार्च 2018 से जेल अस्पताल में भर्ती था. 15 जून 2019 को रिनपास के डॉक्टरों ने इलाज किया था. रिनपास के डॉक्टरों के निर्देश पर मानसिक चिकित्सा से संबंधित दवाएं चल रही थीं. इसबीच अचानक उसने फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली. मामले में जेल अधीक्षक हामिद अख्तर के बयान पर खेलगांव थाने में यूडी केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.