रांची: जेपीएससी का विवाद के साथ गहरा नाता है. पिछले सभी परीक्षा परिणामों की तरह सातवीं आठवीं नौवीं और दसवीं सिविल सेवा मुख्य परीक्षा का रिजल्ट भी विवादों में घिर गया है. छात्र नेताओं ने पीटी परीक्षा में एक ही रूम में सीरीयल नबंर से बैठकर पास करने वाले 18 अभ्यर्थी इस परीक्षा में भी सफल हो गए हैं. राज्य सरकार में शामिल मंत्रियों के परिजनों के मुख्य परीक्षा में पास होने की खबर भी आ रही है. बीजेपी ने पूरा मामले में अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है.
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फिर विवादों में घिरा JPSC मुख्य परीक्षा का रिजल्ट, बीजेपी ने लगाया धांधली कर मंत्रियों के बेटे और बेटियों को पास कराने का आरोप - Jharkhand Public Service Commission
झारखंड में जेपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के परिणाम पर विवाद शुरू हो गया है. बीजेपी ने राज्य सरकार में शामिल मंत्रियों के बेटे और बेटियों को परीक्षा में पास करने का आरोप लगाया है. बीजेपी ने पूरे मामले में जेपीएससी से स्पष्टीकरण की मांग की है.
कैटेगरी वाइज रिजल्ट प्रकाशित नहीं:इन छात्र नेताओं ने झारखंड लोक सेवा आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा है कि कैटेगरी वाइज रिजल्ट नहीं जारी किया गया है. आयोग की ओर से उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की संख्या भी सार्वजनिक नहीं की गई है. इसके अलावा कट ऑफ मार्क्स भी जारी नहीं किया गया है. रिक्ति के ढाई गुना के आधार पर रिजल्ट देना है. लेकिन मुख्य परीक्षा में ढाई गुना से अधिक 200 अभ्यर्थी का रिजल्ट प्रकाशित किया गया है. आयोग के अनुसार समान अंक रहने के कारण अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ गई है और इसी बात पर मुख्य परीक्षा में भी गड़बड़ी का अंदेशा उठा है. पीटी में समान अंक मिल सकते हैं .लेकिन मुख्य परीक्षा में इतनी बड़ी संख्या में समान अंक मिलना संदेह पैदा करता है. जेपीएससी मुख्य रिजल्ट पर बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, सांसद निशिकांत दुबे समेत कई नेताओं ने सवाल खड़े किए हैं.