रांची: 29 दिसबंर 2019 को झारखंड में सत्ता में आई महागठबंधन सरकार की गांठ महज 2 साल 2 माह में ही खुलता नजर आ रहा है. कांग्रेस के चिंतन शिविर में जिस तरह से कांग्रेसी नेताओं और मंत्रियों ने सीधे सीधे हेमंत पर निशाना साधा उससे जाहिर हो रहा है कि सत्तारूढ़ दलों के अंदर सबकुछ ऑल इज वेल नहीं है.
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बन्ना गुप्ता का सीएम हेमंत सोरेन पर हमला:कांग्रेस के चिंतन शिविर में कांग्रेसियों ने जो चिंता जाहिर की उससे स्पष्ट हो गया है कि ऊपर से एक दिखाई देने वाले महागठबंधन के अंदर खाई कितनी चौड़ी है. सरकार के स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस नेता बन्ना गुप्ता ने कहा उससे झारखंड में सियासी भूचाल आने की संभावना बनती दिखाई दे रही है. बन्ना गुप्ता ने सीधे सीधे सरकार के मुखिया को अपने निशाने पर लिया और कहा कि मुख्यमंत्री कांग्रेस की बर्बादी की चाहत रखते हैं. बन्ना गुप्ता के इस बयान ने साबित कर दिया कि सहयोगी दलों के बीच नजर आने वाली मिठास, खटास में तब्दील हो चुकी है.
सीएम पर बन्ना गुप्ता के आरोप:मधुबन कांग्रेस चिंतन शिविर में बन्ना गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि चिंतन शिविर से कांग्रेस में एक नई ऊर्जा आ गई है. लेकिन सरकार में शामिल सभी लोग दुख में और दर्द में हैं. उन्होंने कहा कि हम गठबंधन सरकार चला रहे हैं लेकिन इस सरकार में हमारी स्थिति जब मांझी ही नाव डुबाए तो उसे कौन बचाए वाली हो गई है. बन्ना गुप्ता ने कहा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चाहते हैं कि कांग्रेस के सारे वोटर उनकी तरफ चले जाएं. ऐसे में ऐसी सरकार का कोई औचित्य नहीं है. उन्होंने कहा जब हमारी पार्टी बचेगी तभी हम बचेंगे.