रांचीः झारखंड में कोरोना के चेन को तोड़ने के लिए समय-समय पर निर्देश जारी किए जाते रहे हैं. हालिया निर्देश 30 जुलाई को मुख्य सचिव सुखदेव सिंह के हवाले से सभी जिला उपायुक्तों को जारी हुआ था. 12 बिंदुओं पर आधारित इंटर स्टेट क्वॉरेंटाइन प्रोटोकॉल में स्पष्ट जिक्र है कि दूसरे राज्य से झारखंड आने वाले लोगों को 14 दिन होम क्वॉरेंटाइन में रहना होगा. कुछ विशेष मामलों को छोड़कर यह व्यवस्था सभी पर लागू होगी. लेकिन राज्य सरकार के इस आदेश का साफ उल्लंघन हो रहा है. मामला सत्ताधारी दल कांग्रेस से जुड़ा है.
प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी उमंग सिंघार झारखंड दौरे पर हैं. 5 अगस्त को सेवा विमान से दिल्ली से रांची पहुंचे उमंग सिंघार कांग्रेस कार्यालय में दीपोत्सव मना चुके हैं. आज गिरिडीह, बेरमो और धनबाद के दौरे पर हैं. कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने बताया कि उमंग सिंघार पांच दिवसीय दौरे पर आए हैं. अब सवाल है कि क्या कांग्रेसी नेता पर इंटरस्टेट क्वॉरेंटाइन प्रोटोकॉल लागू नहीं होता है. आखिर उन्हें राज्य में राजनीतिक गतिविधि चलाने की छूट कैसे मिल गई. इस बाबत रांची के डीसी छवि रंजन से कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन संभव है कि किसी व्यस्तता के कारण फोन नहीं रिसीव कर सके. बाद में राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह से फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि प्रोटोकॉल को सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी संबंधित जिलों के उपायुक्त की होती है. हालांकि उन्होंने कहा कि विशेष परिस्थितियों में छूट का प्रावधान जरूर है लेकिन इस मामले में यह व्यवस्था लागू क्यों नहीं हो पाई या फिर डीसी की तरफ से विशेष छूट दी गई है, इसकी तफ्तीश करने को कहा गया है.
दीपक प्रकाश भी थे होम क्वॉरेंटाइन में