रांची: पिछले एक सप्ताह से लगातार बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल की कीमत से राजधानी रांची की जनता परेशान है. बुधवार को इंडियन ऑयल के पेट्रोल की कीमत जहां 75.86 रुपए प्रति लीटर दर्ज की गई, तो वहीं डीजल 72.08 रुपए प्रति लीटर की कीमत पर पहुंच गया है. एक तरफ जहां कोविड-19 की वजह से अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा है और लोगों की इनकम भी घटी है. वहीं, दूसरी तरफ पेट्रोल में लगी आग ने आम लोगों को त्रस्त कर दिया है.
कोरोना ने घटाई आम लोगों की इनकम, अब लगातार बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल की कीमत से जनता त्रस्त
लगातार बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल की कीमत से राजधानी रांची की जनता परेशान है. उनका कहना है कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत के लिए राज्य सरकार जिम्मेवार है और इसकी वजह से रोजमर्रा की जिंदगी पर भी असर पड़ रहा है.
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'राज्य नहीं बल्कि केंद्र सरकार जिम्मेवार'
हालांकि, झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष सह प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमत के लिए राज्य नहीं बल्कि केंद्र सरकार जिम्मेवार है. क्योंकि वर्तमान समय में सबसे कम कीमत क्रूड ऑयल की है, लेकिन केंद्र की बीजेपी सरकार जनता को लूटने का काम कर रही है. 25 से 30 रुपए सेंट्रल एक्साइज और सेंट्रल टैक्स जनता से वसूले जा रहे हैं, जो पूरी तरह से गलत है.