रांची:अपराह्न 12 बजे जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो शून्यकाल के दौरान भाजपा विधायक मनीष जायसवाल ने विशेष सूचना के तहत हजारीबाग में लालटेन विस्फोट का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि मिलावटी केरोसिन के कारण विस्फोट होने से कई लोगों की मौत हो चुकी है. बड़ी संख्या में लोग झुलसे हुए हैं, फिर भी किसी पर कार्रवाई नहीं हुई. विपक्ष ने इसपर सीएम से जवाब की मांग की.
जवाब देते मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन यह भी पढ़ेंःजमशेदपुरः कॉन्ट्रैक्टरों ने सरकारी टेंडर प्रक्रिया का किया विरोध, सीएम से मिला ठेकेदारों का प्रतिनिधिमंडल
हंगामे के बाद सीएम ने दिया जवाब
स्पीकर के कहने पर संसदीय कार्यमंत्री जवाब देने उठे तो इसका विरोध किया गया. बढ़ते हंगामे को देखते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने जवाब दिया. सीएम ने कहा कि सभी मृतक के परिजन को 4-4 लाख रुपए दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि पूरा मामला सरकार के संज्ञान में है. सिर्फ हजारीबाग में इस तरह के मामले सामने आए हैं. केरोसिन के सैंपल की जांच हो चुकी है. किसी डीलर का नाम सामने आया है, मिलावट की आशंका जताई गयी है. सीएम ने घटना पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. इस पर मनीष जायसवाल ने कहा कि मामले में प्राथमिकी होनी चाहिए. अधिकारी-पदाधिकारी को पकड़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि सीएम ने विस्फोट में घायल हुए लोगों के इलाज के लिए कुछ नहीं किया. यह कहते हुए विपक्ष ने वेल में आकर हंगामा किया.
इससे पहले जब संसदीय कार्य मंत्री जवाब देने उठे तो उनके साथ मंत्री मिथिलेश ठाकुर, मंत्री बन्ना गुप्ता और मंत्री सत्यानंद भोक्ता भी बोलने के लिए उठ खड़े हुए. ऐसा होते ही भाजपा विधायक सीपी सिंह ने स्पीकर का ध्यान खींचते हुए कहा कि किस नियम के तहत चार मंत्री एक साथ जवाब देने उठ खड़े हुए. इसको लेकर भी सदन में हंगामा हुआ. विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी ने स्पीकर से आग्रह करते हुए कहा कि जब हाउस आर्डर में नहीं है तो फिर शून्यकाल कैसे चल रहा है.