रांचीः देवघर एयरपोर्ट से जुड़े विवाद मामले(Deoghar airport dispute case ) में सांसद निशिकांत दुबे मनोज तिवारी समेत नौ लोगों के खिलाफ सीआईडी जांच शुरू (CID investigation started)कर दी गई है. जानकारी मिली है कि देवघर एसपी सुभाष कुमार जाट ने ही कुंडा थाने में दर्ज केस को सीआईडी के द्वारा अनुसंधान करने की अनुशंसा भेजी थी.
देवघर एयरपोर्ट विवादः मामले में सीआईडी जांच शुरू, एसपी ने की थी अनुशंसा,सांसद निशिकांत दुबे से जुड़ा है केस
देवघर एयरपोर्ट विवाद(Deoghar airport dispute case) की सीआईडी जांच शुरू हो गई है. देवघर एसपी की अनुशंसा पर मामले में सीआईडी जांच कर रही है. वहीं विधायक सरयू राय ने कहा कि यह मामला पुलिस के अधिकार क्षेत्र से बाहर का है.
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जांच शुरूःदेवघर एसपी की अनुशंसा पर ही केस का अनुसंधान सीआईडी ने शुरू किया है. अधिकारियों के मुताबिक, सांसद निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी समेत नौ लोगों पर एयरपोर्ट सुरक्षा में तैनात डीएसपी ने केस कराया था. देवघर जिला बल में पोस्टेड डीएसपी ने ही केस किया है, ऐसे में मामले में निष्पक्ष जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराने का हवाला देवघर एसपी एसके जाट ने किया था. ऐसे में मामले में सीआईडी ने अनुसंधान शुरू किया.
सरयू राय का ट्वीट, एफआईआर का मामला नहींःजमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय विधायक सरयू राय ने सांसद निशिकांत दुबे व देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री के बीच हुए विवाद के बाद दर्ज एफआईआर को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि एयरपोर्ट संबंधी सुरक्षा शिकायतों का निपटारा डीजीसीए सुरक्षा प्रभाग के नियमों के अधीन होता है. डीसी, एसपी, एमपी या एमएलए का क्षेत्राधिकार इसमें नहीं है. नियमानुसार पुलिस द्वारा या पुलिस के यहां एफआईआर नहीं हो सकती. भारतीय प्रशासनिक /पुलिस सेवा के अधिकारी से इसकी अनदेखी की कल्पना नहीं की जा सकती.
क्या है पूरा मामलाःसांसद निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी, दिल्ली के भाजपा नेता कपिल मिश्रा समेत अन्य लोग चार्टर प्लेन से देवघर आए थे. इसके बाद दुमका की पीड़िता के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सहायता राशि दी थी. देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री का आरोप था कि लौटने क क्रम में सभी यात्री चार्टर प्लेन में गए थे, इसके बाद कुछ पायलट समेत कुछ लोग एटीसी बिल्डिंग में चले गए थे. वहां जबरन गोड्डा सांसद समेत अन्य पर एटीसी क्लीयरेंस लेने का आरोप डीसी ने लगाया था। एयरपोर्ट सुरक्षा में तैनात डीएसपी के बयान पर एफआईआर दर्ज की गई थी. एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद सांसद व डीसी में जम कर विवाद भी हुआ था.