रांची: चर्चित चांदी चोरी मामले में सीआईडी ने चार्जशीट दायर कर दी है. रायपुर के जेवर दुकान से चोरी हुए जेवरात की बरामदगी और उसके बाद उसे गायब करने के आरोपी सिमडेगा पुलिस के थानेदार, दारोगा और चालक के खिलाफ सीआईडी ने चार्जशीट दायर की है.
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पुलिसकर्मियों पर भ्रष्टाचार के आरोप
सीआईडी ने इस मामले में बांसजोर थाना के तत्कालीन थानेदार आशीष कुमार, दरोगा संदीप कुमार और चालक आरक्षी मोहम्मद शाहिद रजा खान के खिलाफ चार्जशीट दायर किया है. तीनों पुलिसकर्मियों को 24 अक्तूबर 2021 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. गिरफ्तारी के बाद से तीनों आरोपी जेल में ही बंद हैं. सीआईडी ने तीनों पुलिसकर्मियों को प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत जांच में दोषी पाया है.सरकारी पद पर रहते हुए तीनों पुलिसकमियों ने भ्रष्टाचार के आरोप हैं. वहीं चोरी के जेवरात को गलत नियत से खंपाने के मामले में सरकारी सामान के अमानत में ख्यानत की धारा, जालसाजी समेत अन्य संगत धाराओं में चार्जशीट की गई है.
जारी है सीआईडी जांच
सीआईडी के अधिकारियों के मुताबिक इस मामले में जेल बंद पुलिसकर्मियों पर चार्जशीट के बाद भी आगे की जांच जारी है. अनुसंधान के क्रम में आए आए तथ्यों के आधार पर अन्य पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई हो सकती है. पूरे मामले में सिमडेगा एसपी की भूमिका भी संदिग्ध रही है. पूर्व में पुलिस मुख्यालय ने इस मामले में सिमडेगा एसपी को हटाने की अनुशंसा राज्य सरकार से की थी.
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क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि सिमडेगा पुलिस ने रायपुर से चोरी हुए जेवरात को 3 अक्तूबर 2021 को सिमडेगा के बांसजोर से बरामद किया था. लेकिन इसमें से तकरीबन 25 लाख की चांदी पुलिसकर्मियों ने ही गायब कर दिया था. मामला सामने आने के बाद सिमडेगा पुलिस के द्वारा ही गठित एसआईटी ने आरोपी एसआई आशीष कुमार, संदीप कुमार और पुलिस के चालक को जेल भेज दिया था. जेल भेजे गए पुलिसकर्मियों ने स्वीकार किया था कि उन्होंने चांदी की बड़ी खेप गायब कर दी थी.छतीसगढ़ पुलिस ने भी पूरे मामले में पुलिस मुख्यालय के समक्ष आपत्ति जतायी थी. जिसके बाद सीआईडी की जांच में भी सिमडेगा पुलिस की गलती सामने आयी है.