रांची: झारखंड में भी कोरोना महामारी की वजह से पिछले 6 महीने से बंद धार्मिक स्थल गुरुवार से खोल दिए गए हैं. धार्मिक स्थलों को खोलने के फैसले का स्वागत करते हुए रांची के जीएल चर्च के फादर ने इसके लिए सरकार को धन्यवाद दिया है.
जानकारी देते संवाददाता प्रशांत कुमार पहले दिन भीड़ कम
राजधानी रांची में ईसाई धर्मावलंबियों के लिए अब चर्च के द्वार खोल दिए गए हैं. हालांकि, पहले दिन चर्च में श्रद्धालु नजर नहीं आए. रांची के पुरुलिया रोड स्थित चर्च के फादर डेविड ने बताया कि सरकार के फैसले से वे काफी खुश हैं. अब प्रभु से प्रार्थना का रास्ता साफ हो गया है. फादर डेविड ने बताया कि अब चर्च में लोग आकर विशेष पूजा और प्रार्थना कर सकते हैं.
सरकार की गाइडलाइंस का पालन
फादर डेविड ने बताया कि चर्च में रविवार के दिन काफी भीड़ होती है. ऐसे में श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो. इसके साथ ही सरकार के द्वारा बनाए गए गाइडलाइंस का उल्लंघन न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा. प्रार्थना के दौरान शारीरिक दूरी, थर्मल स्क्रीनिंग और हैंड सेनेटाइजेशन का विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा. हालांकि, फादर डेविड ने बताया कि श्रद्धालुओं की संख्या 50 तक सीमित रखी गई है, जो उनके लिए काफी मुश्किल भरा होगा. रविवार के दिन चर्च में विशेष प्रार्थना और मीसा का आयोजन होता है. उसके लिए विशेष बंदोबस्त किए जा रहे हैं ताकि कोई भी संक्रमित न हो.
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पार्किंग की अलग व्यस्था
फादर डेविड ने बताया कि प्रार्थना के लिए आनेवाले श्रद्धालुओं के लिए चर्च के पास ही मैदान में पार्किंग की व्यवस्था की गई है, जहां लोग अपने चार पहिया वाहन को पार कर पाएंगे. जब तक कोरोना का संक्रमण कम नहीं हो जाता है तब तक चर्च के अंदर बड़े वाहनों के आने की मनाही रहेगी. फादर के अनुसार, हम जब स्वस्थ रहेंगे तभी ईश्वर के दर्शन कर सकेंगे. इसलिए हर कोई सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए ही प्रार्थना सभा में भाग लेगा.