रांचीः सफायर इंटरनेशनल के सातवीं कक्षा के छात्र विनय महतो हत्याकांड की जांच सीबीआई के द्वारा शुरू कर दी गई है. हाई कोर्ट के आदेश के बाद मामले की जांच सीबीआई के द्वारा शुरू की गई है. गुरुवार को सीबीआई एसीबी की रांची शाखा ने इस संबंध में एफआईआर दर्ज की है. सीबीआई एसीबी के प्रमुख माइकल राज एस के द्वारा दर्ज कराए गए केस के अनुसंधान की जिम्मेदारी डीएसपी सुधांशु शेखर को दी गई है.
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स्कूल में हुई थी हत्याःसफायर इंटरनेशनल स्कूल के छात्र विनय महतो की हत्या चार फरवरी 2016 की रात स्कूल परिसर में कर दी गई थी. छह साल बाद अब इस मामले को सीबीआई अपने हाथ में लेकर अनुसंधान करेगी और हत्या की तह तक जाएगी. सात जुलाई को हाई कोर्ट के जस्टिस एसके द्विवेदी की अदालत ने सुनवाई के पश्चात इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया था. इस संबंध में विनय महतो के पिता मनबहाल महतो ने साल 2018 में हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी. उनकी ओर से कहा गया था कि इस मामले में पुलिस की जांच ठीक तरीके से नहीं की गई है. जांच में कई प्रकार की त्रुटि है. इसलिए इसकी जांच सीबीआइ से कराई जानी चाहिए. जिसके बाद अदालत ने इस मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी थी.
रांची पुलिस की जांच में क्या आया थाःरांची के नामी स्कूलों में शुमार सफायर इंटरनेशनल स्कूल के सातवीं कक्षा के छात्र विनय महतो की हत्या पांच फरवरी 2016 को स्कूल परिसर में ही कर दी गयी थी. पूरे मामले में रांची पुलिस ने कार्रवाई करते हुए स्कूल की शिक्षिका नाजिया हुसैन, उसके पति आरिफ अंसारी, पुत्र और पुत्री सहित अन्य को आरोपी बनाया था. उस दौरान पुलिस ने अपनी जांच में यह पाया था कि विनय महतो की गहरी दोस्ती नाजिया की पुत्री से थी जो उसी स्कूल की छात्रा थी. इस दोस्ती को लेकर नाजिया का बेटा बेहद गुस्से में रहता था. घटना के दिन भी नाजिया के बेटे ने विनय को घर में सोया-चिल्ली खाने के बुलाया था. नाजिया के बेटे ने पहले विनय से कहा कि तुम मेरी बहन के रास्ते से हट जाओ. उसका पीछा छोड़ दो विनय जब वहां से निकलने लगा इसी बीच नाजिया के बेटे ने विनय का सिर दीवार से टकरा दिया, जिस कारण वह घायल हो गया. बाद में बेहोशी की अवस्था में विनय को स्टॉफ क्वार्टर के कॉरिडोर से नीचे फेंक दिया गया. इस कारण छात्र विनय की मौत हो गयी थी.
पुलिस के जांच से संतुष्ट नही थे पिताःरांची पुलिस की जांच से असंतुष्ट होकर विनय के पिता ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. सीबीआई जांच को लेकर भी लंबी कार्रवाई चली. अब झारखंड हाई कोर्ट ने पुलिस की जांच और ट्रायल कोर्ट की टिप्पणी को देखते हुए छात्र विनय महतो हत्या मामले को सीबीआई को हैंडओवर करने का निर्देश दिया है. अदालत ने यह भी माना था कि मामले के अनुसंधानकर्ता ने आईजी द्वारा दिए गए निर्देश का अनुसंधान के दौरान पालन नहीं किया है. पुलिस की जांच संतोषजनक नहीं है. इसलिए मामले की प्रोपर जांच के लिए सीबीआई को देना जरूरी है. गौरतलब है कि अपने बच्चे विनय महतो को न्याय दिलाने को लेकर सीबीआई जांच के लिए विनय के पिता मनबहाल महतो अक्तूबर 2017 में सुप्रीम कोर्ट गये थे. वहां सुनवाई के बाद हाई कोर्ट में अपील करने का आदेश दिया गया था. उसके बाद आठ मार्च 2018 को झारखंड हाइकोर्ट में सीबीआई जांच के लिए इन्होंने याचिका दाखिल की थी.