रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के स्वागत समारोह में शनिवार को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव नजर नहीं आए. लेकिन ठीक दूसरे दिन रविवार को वह बिरसा चौक के पास एक निजी कार्यक्रम में नजर आए. जिसको लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर क्या वजह रही कि वह नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत समारोह से दूरी बनाए रहे, पर वो निजी कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं.
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प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष राजेश ठाकुर के स्वागत समारोह में कांग्रेस पार्टी के बड़े चेहरे नजर नहीं आए. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता समेत पार्टी के कई विधायक भी इस दौरान नदारद रहे. स्वागत समारोह कार्यक्रम में कृषि मंत्री बादल, खिजरी विधायक राजेश कच्छप, महगामा विधायक दीपिका पांडे सिंह और रामगढ़ विधायक ममता देवी कार्यक्रम में जरूर दिखीं. लेकिन अन्य विधायक और पुरानी टीम के कुछ लोग स्वागत समारोह से दूरी बनाए हुए रहे.
जानकारी देते झारखंड प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ऐसे में स्वागत समारोह से दूरी बनाए रहने की वजह को लेकर डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि एक पार्टी कार्यकर्ता की मौत हो गई थी, उन्हें मुआवजा दिलाने जाना जरूरी था. इस वजह से वह स्वागत समारोह में हिस्सा नहीं ले सके. उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं कार्यकर्ताओं के लिए पार्टी नेताओं का खड़ा रहना सबसे ज्यादा जरूरी है ना कि स्वागत समारोह में रहना जरूरी है.
हैरत की बात यह रही कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और झारखंड सरकार में वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव भी स्वागत समारोह से दूर रहे. लेकिन दूसरे ही दिन वह एक निजी कार्यक्रम में नजर आए, ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि क्या प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत समारोह में होने से ज्यादा जरूरी निजी कार्यक्रम में शिरकत करना है. हालांकि नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा था कि पूर्व अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने उन्हें अपनी व्यस्तता की जानकारी दी थी, जिस पर नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष ने सहमति जताई थी.