रांचीः तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में क्या कुछ हो रहा है ये वही बता सकते हैं जिन्होंने इसका दंश झेला है. बड़ी ही मुश्किल से अपने वतन लौटे बोकारो के बबलू जब रांची एयरपोर्ट पर पहुंचे तो अपनी जन्मभूमि को चूम लिया. देश की धरती पर कदम रखते ही बबलू के चेहरे से खुशी के आंसू छलक पड़े.
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रांची एयरपोर्ट पर उतरने के बाद उन्होंने अपनी धरती को चूमा, फिर भारत माता की जय के नारे लगाए. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के हालात का जिक्र करते हुए बबलू ने बताया कि उन्होने अपनी आंखों से वहां डर का माहौल देखा है जो उनके दिल-ओ-दिमाग में अब तक कौंध रहा है. लेकिन अब वतन वापसी के बाद उन्हें राहत मिली है.
बबलू ने पिछले चार-पांच दिन के बारे में बताते हुए कहा कि पिछले 16 अगस्त से वे संकट के दौर में रहे वहां हर कोई अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहा था. बबलू ने आगे बताया कि 16 अगस्त को ही उनकी वासपी की टिकट थी, पर वे उस दिन अफरा-तफरी में हवाई जहाज पर नहीं चढ़ पाए. उसके बाद वे अपने कमरे में आ गए. किसी तरह उन्होंने खुद को सुरक्षित किया और दोबारा वासपी का इंतजार करने लगे. उसके बाद वे कुछ और भारतीयों के साथ महफूज जगह पर रहे.
इस बीच भारत सरकार के प्रयास से 21 अगस्त को बबलू के साथ और अन्य भारतीयों को काबुल हवाई अड्डे पर सुरक्षित लाया गया. जहां से रविवार को सभी 168 भारतीयों की वतन वापसी कराई गई.