रांचीः झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सोमवार को अजीबोगरीब दृश्य देखने को मिला. आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो सदन के अंदर हेलमेट पहनकर पहुंच गये. आजसू प्रमुख सुदेश महतो का यह अंदाज सरकार की उस व्यवस्था के खिलाफ था जिसमें आजसू के विधानसभा घेराव को देखते हुए हर चौक चौराहे और थाना के बाहर भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती कर आंदोलनकारियों को रोका गया था.
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हेलमेट पहनकर विधानसभा पहुंचे आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो, जानिए क्यों - झारखंड सरकार
आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो हेलमेट पहनकर विधानसभा पहुंचे. उन्होंने आंदोलनकारियों को रोकने के लिए सरकार की व्यवस्था के विरोध में यह कदम उठाया.
हेलमेट पहनकर विधानसभा पहुंचे आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार की इस व्यवस्था को देखकर घर के लोगों ने यह सलाह दी कि हेलमेट पहनकर ही सदन की कार्यवाही में भाग लेने जाएं. स्थानीय नीति परिभाषित करने को लेकर आजसू ने आज विधानसभा घेराव का आह्वान किया है. आजसू समर्थकों को रोकने के लिए पुलिस की तरफ से व्यापक व्यवस्था की गई है.
स्थानीय नीति को लेकर आजसू ने किया है विधानसभा घेराव का आह्वान ः स्थानीय नीति परिभाषित करने को लेकर आजसू ने आज विधानसभा घेराव का आह्वान किया है. विधानसभा घेराव को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है. रांची प्रवेश करनेवाली हर गाड़ियों पर नजर रखी जा रही है. रांची के बाहर सभी थाना के नजदीक बैरिकेडिंग कर आंदोलनकारियों को रांची प्रवेश करने से पहले रोका जा रहा है. राजधानी रांची के अंदर विधानसभा जाने वाले मुख्य मार्ग पर भी बैरिकेडिंग की गई है. सेटेलाइट कॉलोनी हो या बिरसा चौक या जगन्नाथपुर मंदिर के समीप सभी जगह भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है.
आंदोलनकारियों की भीड़ को रोकने के लिए प्रशासन की इस व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. आजसू नेताओं ने सरकार पर जबरन आंदोलनकारियों को रोकने का आरोप लगाया है. विधायक लंबोदर महतो का मानना है कि भाषा विवाद, नियोजन नीति और स्थानीय नीति की मांग को लेकर आजसू के इस आंदोलन को सरकार जबरन रोकने की की कोशिश की है. इससे आजसू कार्यकर्ता हतोत्साहित नहीं हुए हैं जबकि आंदोलन और तेज होगा.