रांचीः झारखंड में कोरोना संक्रमण की रफ्तार भले ही अभी धीमी हो पर अनलॉक में लगातार राज्य में संक्रमण का खतरा अब भी बना हुआ है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि राजधानी रांची के हटिया रेलवे स्टेशन, रांची रेलवे स्टेशन और बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर बाहर से आ रहे यात्रियों में बड़ी संख्या में कोरोना का संक्रमण देखा जा रहा है.
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पिछले 06 दिनों में 158 संक्रमित मिले
10 अगस्त से 15 अगस्त 2021 तक रांची एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और हटिया रेलवे स्टेशन के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 06 दिन में ही 158 संक्रमित की पहचान हुई है. 10 अगस्त को तो बेंगलुरु से आई फ्लाइट की सभी 32 यात्रियों का कोरोना रैपिड एंटीजेन टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई. उसी दिन रांची रेलवे स्टेशन पर 17 संक्रमित मिले जो दूसरे राज्य से झारखंड लौटे थे.
इसी तरह 11 अगस्त को हटिया रेलवे स्टेशन पर 22 यात्री पॉजिटिव पाए गए तो 12 अगस्त को एयरपोर्ट पर 06 लोग संक्रमित मिले. 13 अगस्त को हटिया रेलवे स्टेशन पर 38 संक्रमित मिले तो एयरपोर्ट पर पांच पॉजिटिव यात्री की पहचान हुई. 14 अगस्त को हटिया रेलवे स्टेशन पर 16 यात्री संक्रमित मिले तो एयरपोर्ट पर दूसरे राज्य से आए 19 यात्रियों में कोरोना का संक्रमण मिला. 15 अगस्त को भी हटिया रेलवे स्टेशन पर 20 और रांची रेलवे स्टेशन पर 08 कोरोना संक्रमित मिले.
राज्य में कोरोना के संक्रमण बढ़ने का खतरा
फिलहाल राज्य के ज्यादातर जिलों में कोरोना के संक्रमण का खतरा कम है पर स्थितियां ऐसी ही बनी रहेगी, इसमें संदेह है. क्योंकि हवाई जहाज या रेल से दूसरे राज्यों से आने वाले संक्रमित रांची से होते हुए दूसरे-दूसरे जिले चले जा रहे हैं, लगभग सभी लोग पॉजिटिव आने के बाद भी सरकार के कोरोना सेंटर या आइसोलेशन सेंटर जाने की जगह अपने घर चले जा रहे हैं. हैरत की बात ये है कि कोई RT-PCR जांच में निगेटिव आने की बात कह रहा है तो किसी ने मोबाइल ही बंद कर लिया है.
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बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच के लिए बनाए गए सेंटर पर नियुक्त मजिस्ट्रेट की मानें तो संक्रमण का खतरा कितना ज्यादा है. मजिस्ट्रेट देवी प्रसाद और गोपाल प्रसाद कहते हैं कि जांच केंद्र पर ना कोई पुलिस और सुरक्षा बल नहीं दिया गया है और ना ही एंबुलेंस की व्यवस्था है, ऐसे में जो यात्री कोरोना पॉजिटिव निकल रहे हैं उसे कोरोना केयर सेंटर कैसे पहुंचाया जाए. देवी प्रसाद कहते हैं कि कई यात्री तो बिना सैंपल दिए या बिना जांच कराए ही चले जाते हैं, ऐसे में वह कुछ नहीं कर पाते.
क्या है अपर मुख्यसचिव स्वास्थ्य का आदेश
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए अपर मुख्य सचिव अरूण कुमार सिंह ने कोरोना संक्रमितों को उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव होने तक कोविड केयर सेंटर या आइसोलेशन सेंटर में रखने का निर्देश दिया है, पर ऐसा होता नहीं दिख रहा है. रांची, धनबाद, देवघर, जमशेदपुर में जिस तरह से लगातार केस मिल रहे हैं और रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट पर केस मिल रहे हैं इन्हें आइसोलेट नहीं किया गया, जब संभव है कि दूसरे राज्यों में भी केस तेजी से फैल रहे हैं.