रांची: जिले में राज्य सरकार और विभाग का साढ़े 4 वर्ष पूरे होने पर प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया. जहां कृषि सचिव ने विभागीय उपलब्धियों के बारे में भी जानकारी दी और किसानों को उन्नत खेती कराने के लिए मिट्टी की जांच करवाने को कहा. वहीं जरूरत पड़ने पर कुछ क्षेत्रों को सुखाड़ भी घोषित किया जा सकता है.
जानकारी के अनुसार बताया गया कि राज्य की आवश्यकता को देखते हुए और किसानों के डोर स्टेप पर निशुल्क मृदा विश्लेषण की सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य सरकार के द्वारा वर्ष 2017-18 में 1864 मिनी लैब बनाए गए हैं. साथ ही मिनी लैब का 2 हजार 600 अतिरिक्त रिफिल उपलब्ध कराया गया था.
कृषि सचिव ने गिनवाई विभाग की उपलब्धियां
राज्य सरकार और विभाग का साढ़े 4 वर्ष पूरे होने पर कृषि सचिव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में योजना और कार्यों की जानकारी दे रही थी. इस दौरान उन्होंने विभागीय उपलब्धियों के बारे में भी जानकारी दी. मौके पर उन्होंने कहा कि मिट्टी की गुणवत्ता का अध्ययन करके एक अच्छी फसल प्राप्त करने के लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड द्वारा रासायनिक जैविक जीवाणु खाद्य और मृदा सुधारको जैसे डोलोमाइट्स, संतुलित प्रयोग के लिए अनुशंसा की जाती है. मिट्टी की इस जांच प्रक्रिया से नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटेशियम, गंधक, सूक्ष्म पोषक तत्व जस्ता, बोरान, लोहा, तांबा और मैगजीन का पता लगाया जाता है. इन कमियों को दूर कर अच्छी खेती कर बढ़िया पैदावार किया जा सकता है. इस दिशा में कृषि विभाग लगातार प्रयासरत है.