रांची: पलामू की रहने वाली पीड़िता दीपशिखा मिश्रा पिछले एक साल से इंसाफ के लिए रांची और पलामू का चक्कर लगा रही है. पति रविशंकर मिश्रा और ससुर उमाकांत मिश्रा के खिलाफ दीपशिखा ने पहले पलामू कोर्ट और उसके बाद पलामू थाना में दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है.
इस मामले में डीएसपी संदीप गुप्ता ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आदेश जारी किया, लेकिन रांची के ओरमांझी थाना पुलिस के संरक्षण के कारण अभी तक दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है. पीड़िता दीपशिखा अब डीजीपी, डीआईजी और एसएसपी समेत सभी अधिकारियों के समक्ष न्याय की गुहार लगा रही है.
बेटी को किया दूर
दीपशिखा ने अपने ससुराल वालों पर यह भी आरोप लगाया है कि उन्होंने उसकी मासूम बेटी को भी उससे दूर कर दिया है. दीपशिखा के अनुसार, उसकी बेटी का एडमिशन रांची के एक स्कूल में करवा दिया गया है और उसे उसी हॉस्टल में रख दिया गया है. वह जब स्कूल अपनी बच्ची से मिलने जाती है तो स्कूल वाले उससे मिलने की नहीं देते हैं. क्योंकि गार्जियन में उसका नाम नहीं है. उसके पति ने बेटी से न मिलने देने का स्कूल वालों को निर्देशन दिया है.
थाना ने नहीं दर्ज की दीपशिखा की शिकायत
18 जनवरी 2019 को दीपशिखा ने ओरमांझी थाना में शिकायत करते हुए कहा कि उसके पति रविशंकर और ससुर उमाकांत ने उसकी 6 साल की बेटी को जबरन कब्जे में ले लिया है. पीड़िता से छीनकर बच्ची को कहीं और रख दिया गया. ओरमांझी थाना ने पीड़िता की शिकायत तक दर्ज नहीं की. हारकर पीड़िता ने जुलाई 2019 में पलामू कोर्ट में मामला दर्ज कराया.
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