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एक करोड़ का इनामी अनल दा समेत 10 हार्डकोर नक्सली भगोड़ा घोषित, निवेशक भी NIA के रडार पर

सरायकेला में पांच पुलिसकर्मियों की हत्या का साजिशकर्ता अनल दा समेत 10 लोगों को NIA ने भगोड़ा घोषित कर दिया है. जिन लोगों को भगोड़ा घोषित किया गया है उनमें से कई पर लाखों रुपए का इनाम है.

पुलिसकर्मी

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Published : Aug 2, 2019, 9:18 AM IST

Updated : Aug 2, 2019, 10:20 AM IST

रांची: झारखंड के सरायकेला में पांच पुलिसकर्मियों की हत्या की साजिश रचने वाला माओवादी केंद्रीय कमेटी सदस्य पतिराम मांझी उर्फ अनल दा समेत 10 को राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए) ने भगौड़ा घोषित कर दिया है. भगोड़ा घोषित किए गए लोगों में कई नक्सलियों के निवेशक भी शामिल हैं.


कौन-कौन भगोड़ा घोषित हुए
एनआईए दिल्ली के द्वारा जिन्हें भगोड़ा घोषित किया गया है उसमें एक करोड़ का इनामी प्रयाग मांझी उर्फ विवेक, 25 लाख का इनामी अजय महतो उर्फ टाइगर, 10 लाख का इनामी जोनल कमांडर रामदयाल महतो, चंचल उर्फ वीरसेन दा, कृष्णा, अविनाश, सिंगराय सोरेन, शनीचर हेंब्रम और बड़े माओवादियों के पैसों का निवेश करने वाला मनोज चौधरी शामिल है. शीर्ष माओवादियों और उनके निवेशक के खिलाफ एनआईए ने कांड संख्या 19/18 में यह कार्रवाई की है.


क्या है पूरा मामला
8 मार्च 2018 को गिरिडीह पुलिस ने डुमरी से 25 लाख के इनामी सुनील मांझी समेत चार उग्रवादियों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद 1300 से अधिक आधार कार्ड और भारी संख्या में हथियार की बरामदगी हुई थी. नौ मई 2018 को इस कांड का अनुसंधान एनआईए ने टेकओवर कर लिया था. एनआईए जांच में माओवादियों के द्वारा भारी पैमानें पर जमीन और अन्य चीजों में निवेश की जानकारी मिली थी.


नवंबर 2018 में एनआईए ने एक निवेशक झरीलाल महतो को बड़ोदरा से गिरफ्तार किया था. जबकि जांच में शीर्ष माओवादियों के लिए निवेश करने वाले दूसरे निवेशक मनोज चौधरी की तलाश अब एनआईए को है. कभी तोता बेचकर गुजारा करने वाले मनोज के पास 40 करोड़ से अधिक की संपत्ति है. राज्य पुलिस ने इस संपत्ति का एक हिस्सा बीते साल जब्त भी किया था.


किस-किस के पैसे निवेश करता था मनोज
मनोज चौधरी के द्वारा झारखंड के एक करोड़ के इनामी पतिराम मांझी, प्रयाग मांझी, अजय महतो, नुनचंद महतो, रामदयाल महतो जैसे बड़े माओवादियों की संपत्ति का निवेश करता था. लेवी के पैसों से मनोज चौधरी और झरीलाल ने गिरिडीह शहर, मधुबन, पीरटांड और डुमरी में लेवी के पैसों से अकूत अचल संपत्ति का निवेश किया. जानकारी के अनुसार, मनोज एक बीपीएल कार्डधारी भी था.


निवेशक मनोज चौधरी की अर्जित संपत्ति, इसमें से कई को किया गया है जब्त
⦁ मनोज ने गिरिडीह नगर में टावर चौक के पास 6 डिसमिल परती जमीन और रेलवे स्टेशन के सामने 6 डिसमिल में बना तीन मंजिला अर्धनिर्मित मकान को जब्त किया.
⦁ मधुबन में पुराने ओपी के सामने मनोज चौधरी और उसके मांता-पिता के नाम पर खरीदी जमीन. फॉरेस्ट चेकनाका के पास 44 डिसमिल, प्रकाश भवन के पास 86 डिसमिल, पुराना ओपी के बगल में 31 डिसमिल जमीन और प्रकाश भवन के पास में 184 डिसमिल जमीन को जब्त किया है.


छद्म नाम से भी माओवादी रामदयाल के पैसे से किया मनोज ने निवेश
⦁ गिरिडीह नगर थाना में बजरंग बली मंदिर के पीछे छह डिसमिल जमीन मनोज चौधरी ने मनोज गोयल के नाम से खरीदी थी, जहां तीन मंजिला मकान बना हुआ है. महिला कॉलेज रोड में भी छह डिसमिल जमीन छद्म नाम से खरीदा गया था, जिसपर दो मंजिला मकान बना है. मकतपुर अरगाघाट में भी छद्म नाम से 2 कट्ठा, 2 छटाक जमीन खरीदी गई थी, इस जमीन पर दो मंजिला मकान बना है.
⦁ गिरिडीह मुफ्फसिल क्षेत्र में 67 गादी श्रीरामपुर मौजा में मां हाईटेक स्टील प्राइवेट लिमिटेड के नाम से 6 एकड़ जमीन की खरीद की गई.

Last Updated : Aug 2, 2019, 10:20 AM IST

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