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टाटानगर रेलवे स्टेशन में लगा UVS सिस्टम, प्रशिक्षण प्राप्त RPF के जवान करेंगे ऑपरेट

साउथ ईस्टर्न जोन का चक्रधरपुर रेल मंडल का मॉडल स्टेशन टाटानगर रेलवे स्टेशन की सुरक्षा बढ़ाते हुए स्टेशन परिसर के मुख्य प्रवेश द्वार पर अंडर व्हीकल्स स्कैनर सिस्टम लगाया है. इस सिस्टम को आरपीएफ के जवान 24 घंटे ऑपरेट करेंगे.

UVS system installed in Tatanagar station
टाटानगर स्टेशन में UVS सिस्टम

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Published : Nov 5, 2020, 10:51 AM IST

जमशेदपुर:चक्रधरपुर रेल मंडल के टाटानगर मॉडल स्टेशन की सुरक्षा बढ़ाई गई है, जिसके तहत स्टेशन के प्रवेश द्वार के पास अंडर व्हीकल स्कैनर सिस्टम लगाया गया है. सहायक सुरक्षा आयुक्त ने बताया कि साउथ ईस्टर्न जोन में जो पहला स्टेशन है वहां सिस्टम लगाया गया है, जिसे प्रशिक्षण प्राप्त आरपीएफ के जवान 24 घंटा ऑपरेट करेंगे.

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अंडर व्हीकल स्कैनर सिस्टम क्या है

स्टेशन परिसर के प्रवेश द्वार के पास जमीन के अंदर हॉइ रेजोल्युशन वाले वाटर प्रूफ कैमरा लगाए गए हैं, जिसके साथ सेंसर लाइट कनेक्ट है. किसी वाहन के आने पर यह सिस्टम ऑटोमैटिक काम करना शुरू कर देता है. वाहन के नीचे के सारे चीजों का स्कैन हो जाता है. इसके अलावा बाहर बड़े कैमरे लगाए गए हैं, जिसके जरिये वाहन का नंबर के साथ बाहरी हिस्सा पूरी तरह से स्कैन होता है और इस दौरान वाहन चालक का चेहरा भी स्कैन होता है और पता चलता है कि चालक ने सीट बेल्ट लगाया है या नहीं.
यह सिस्टम कंप्यूटर से जुड़ा रहता है, जिसे आरपीएफ के प्रशिक्षण प्राप्त जवान ऑपरेट करते हैं. कंप्यूटर में 30 दिनों का पूरा रिकॉर्ड रहता है, जिससे स्टेशन या शहर में किसी घटना के अनुसंधान में पुलिस को मदद मिल सके.

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साउथ ईस्टर्न जोन का यह पहला स्टेशन है, जहां अंडर व्हीकल स्कैनर सिस्टम लगाया गया है. टाटानगर सहायक सुरक्षा आयुक्त कमल सिंह ने बताया कि टाटानगर स्टेशन 24 घंटे रनिंग में रहता है. बाहर की गाड़ियां इस स्टेशन से होकर गुजरती हैं. स्टेशन परिसर में वाहनों का आगमन लगातार जारी रहता है और टाटानगर रेलवे स्टेशन मॉडल स्टेशन है जिसकी सुरक्षा बढ़ाते हुए अंडर व्हीकल स्कैनर सिस्टम लगाया गया है.

आरपीएफ के जिन जवानों को कंप्यूटर की जानकारी है उन्हें इसे ऑपरेट करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है, जिसके तहत 10 जवानों को प्रशिक्षण दिया गया है. उन्होंने बताया कि स्टेशन परिसर में आने वाले किसी वाहन के नीचे संदेहास्पद चीजें लगी होंगी तो जानकारी मिल जाएगी और वाहन का नंबर चालक की पहचान भी होगी.

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