पूर्वी सिंहभूम जिले के मुसाबनी प्रखंड के पहाड़ियों पर बसे फॉरेस्ट ब्लॉक पंचायत में सूर्यबेड़ा, बंकाय,नेत्राबेड़ा,बोडोंपोल,जोजोगोड़ा,जोजो डूंगरी, भालुबासा, लयडीयाम कोचा, आमडा़ कोचा, कुदाबेडा़, टेडा़कोचा गांव में आज तक बिजली नहीं पहुंची है. आजादी के सात दशक बीत जाने के बाद भी यहां के लोग ढिबरी युग में जीने क मजबूर हैं.
आजादी के 70 सालों बाद भी नहीं पहुंची बिजली, 'ढिबरी युग' में जीने क मजबूर हैं लोग - ईटीवी भारत
घाटशिला, जमशेदपुर: जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र के मुसाबनी प्रखंड के लोग इस बार मतदान को लेकर उत्साहित नहीं हैं. उनके दिलो-दिमाग में अपने इलाके के मुद्दे हैं, नौकरी और रोजगार के सवाल पर पूरी तरह सजग तो हैं, साथ ही आजादी के 70 साल बीत जाने के बाद भी कई गांवों में बिजली नहीं पहुंची है.
ग्रामीणों से बातचीत करने पर पता चला सरकार द्वारा चलाए गए अनेक काल कल्याणकारी योजना से भी ये महरूम हैं. शौचालय तो बने हैं लेकिन इक्का-दुक्का और उज्जवला योजना का यहां कोई नामो निशान नहीं है. लोगआज भी लकड़ी से ही खाना बनाते हुए नजर आते हैं. बहरहाल, यहां के ग्रामीणों का कहना है कि हर 5 साल बाद हमें उम्मीद जगती है कि शायद इस बार हमारे गांव में बिजली पहुंचेगी. लेकिन चुनाव जीत जाने के बाद नेता मुंह मोड़ने की भी जरूरत नहीं समझते. अब देखना यह है कि इन गांवों में विकास की रोशनी कब तक पहुंचेगी.