जमशेदपुर: झारखंड सरकार के अनलॉक-1.0 में शुक्रवार से कपड़े और जूता-चप्पल की दुकानों को खोलने की छूट दी गई है. जिसके बाद जमशेदपुर के बाजार में रौनक बढ़ गई है. प्लास्टिक पहन कर चप्पल का नाप लिया जा रहा है, वहीं बिना मास्क लगाए ग्राहकों का दुकान में एंट्री नहीं है.
87 दिनों बाद जूता चप्पल और कपड़े की दुकान खुलीकोविड-19 के लॉकडाउन में सभी दुकाने बंद रही. वहीं लॉकडाउन के चौथे चरण के बाद कुछ सेवाओं को शुरू करने की छूट दी गई. जबकि जूता-चप्पल कपड़े और सैलून को बंद रखा गया. झारखंड में 87 दिनों के बाद शुक्रवार से जूता चप्पल और कपड़े की दुकानों को खोलने की छूट दी गई.
जूते की शॉप पर सोशल डिस्टेंस का पालन ये भी पढ़ें-झारखंड में हर दिन बढ़ रहे कोरोना के मामले, पब्लिक फिर भी लापरवाह
बाजार में दिखी रौनक
जमशेदपुर के बाजार में कपड़े और जूता चप्पल की दुकान खुलने से बाजार में रौनक बढ़ गई है. दुकानों में भीड़ देखने को मिल रहा है. ग्राहकों का थर्मल स्क्रीनिंग कर सेनेटाइज कर अंदर जाने दिया जा रहा है. साथ ही दुकान के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया जा रहा है.
कपड़े की दुकान पर खरीददार गाइडलाइन का हो रहा पालन
साकची बाजार के जूता चप्पल के दुकानदार बताते हैं कि कोविड 19 के सभी गाइडलाइन का पालन करते हुए ग्राहकों को सेवा दी जा रही है. जिससे वो सुरक्षित रहें. प्लास्टिक पहनाकर जूता पहनाया जा रहा है और प्लास्टिक को फिर डिस्पोज किया जा रहा है.
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'अपनी सुरक्षा खुद करनी है, इससे खुद के साथ समाज भी सुरक्षित रहेगा'
वहीं, ग्राहक भी सुरक्षा व्यवस्था से संतुष्ट दिखे. फुटपाथ पर कपड़ा बेचने वालों को भी लंबे समय बाद आमदनी हुई है. परिवार के साथ कपड़ा खरीदने आए ग्राहक ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि 87 दिनों बाद कपड़ा खरीदने का मौका मिला है, लेकिन बिना मास्क पहनने वालों को दुकानदार कपड़ा नहीं दे रहे हैं, यह अच्छी पहल है. ग्राहकों का कहना है कि अपनी सुरक्षा खुद करनी है, इससे खुद के साथ समाज भी सुरक्षित रहेगा.