जमशेदपुर: लौहनगरी आर्थिक नगरी कहे जाने वाले शहरों में से एक है. इसको मिनी मुंबई के नाम से भी जाना जाता है. इन दिनों शहर के लोगों के बीच मौत के पुल काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं. पिछले 6 महीने के अंदर करीब 44 लोगों ने इन पुल से कूदकर आत्महत्या की है. इससे शहर के लोगों में काफी डर है. जमशेदपुर शहर के चारों तरफ स्वर्णरेखा और खरक नदी पर बने पुल हैं. लोगों की मांग है कि इन पुलों पर जल्द ही जालियां लगाईं जाएं.
जमशेदपुर के Bridge लोगों के लिए बने 'सुसाइड प्वाइंट', पिछले 6 महीने में 33 आत्महत्याएं - suicide point
जमशेदपुर में पिछले काफी समय से लोग वहां बने पुल से कूदकर आत्महत्या कर रहे हैं. हालांकि इसके बावजूद प्रशासन ने इन आत्महत्याओं को रोकने के लिए कोई सार्थक पहल नहीं की. कई लोगों की मौत के बाद जागे जिला प्रशासन ने अब पुल के किनारे जाली लगाने के आदेश दिए हैं.
पुल पर छोटी रेलिंग होने की वजह से आसानी से लोग कूदकर आत्महत्या कर रहे हैं. जमशेदपुर और सरायकेला जिले को जोड़ने में 4 बड़े पुल का निर्माण किया गया है. इसमें बिष्टुपुर और आदित्यपुर थाना क्षेत्र के ब्रिज पुल का निर्माण किया गया है. सोनारी थानाक्षेत्र के बीच का पुल काफी छोटा है. जहां आत्महत्या करने के साथ कई लोग सेल्फी के चक्कर में गिर चुके हैं. हालांकि जमशेदपुर के उपायुक्त का दावा है कि जल्द ही पुल में जाली का निर्माण करा लिया जाएगा.
पिछले 6 महीने में 33 लोगों ने की आत्महत्या
- जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना अंतर्गत सरायकेला जिला को जोड़ने वाले पुल में 6 महीने के अंदर 10 लोगों ने की आत्महत्या.
- कदमा और आदित्यपुर थानाक्षेत्र पर बने कदमा टोल ब्रिज में 6 महीने के अंदर 17 लोगों ने की आत्महत्या.
- सोनारी और कांड्रा थाना क्षेत्र में बने सोनारी दोमुहानी पुल में पिछले 6 महीने के अंदर 2 लोगों की मौत.
- सोनारी में बने पुल से पिछले 6 महीने के अंदर 4 लोगों ने की आत्महत्या.