जमशेदपुर: आयुष्मान भारत मिशन के तहत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरुआत 23 सितंबर 2018 को रांची के प्रभात तारा मैदान से की गई थी. आयुष्मान भारत योजना का लाभ झारखंड के कई लोगों को भी मिला. इसके साथ ही लौहनगरी के महुलडीह गांव की जन्मी बच्ची के एक साल पूरे हो रहे हैं. बिटिया रानी को खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉक्टर बनने के लिए कहा है.
योजना की पहली लाभान्वित है आयुषी
23 सितंबर की सुबह जब पूर्वी सिंहभूम के महुलडीह गांव की पूनम महतो की प्रसव पीड़ा बढ़ने पर गांव से 16 किलोमीटर दूर जमशेदपुर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां पूनम ने एक बेटी को जन्म दिया, प्रसव पर 18,500 रुपए का खर्च आया लेकिन उन्हें ये पैसे अपनी जेब से नहीं देने पड़े. वजह थी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा झारखंड की राजधानी से कुछ देर पहले ही शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना.
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आयुष्मान भारत योजना के एक साल पूरे
आयुष्मान भारत योजना के शुभारंभ के बाद ये बच्ची इस योजना की पहली लाभार्थी बनी. इसलिए उसका नाम माता-पिता ने आयुषी रखा, अब आयुषी के पहले जन्मदिन के साथ ही आयुष्मान भारत योजना के एक साल भी पूरे हो गए हैं. आयुषी के माता-पिता के सहारे धीरे-धीरे आयुषी भी अब अपने पांव से चलने लगी है. आयुषि के माता-पिता को खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाम से जानते हैं. इसके साथ ही इस दंपति को कहते हैं कि आयुषी को भविष्य में डॉक्टर ही बनाना है.
पीएम मोदी का जताया आभार
आर्थिक रूप से कमजोर दंपति के पास एक साल पहले पैसे नहीं थे, गर्भवती होने के बाद बमुश्किल से पत्नी पूनम को करनडीह स्थित सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां प्रसव के खर्च का वहन एक निजी कंपनी के द्वारा किया गया. आयुषि के माता-पिता आयुष्मान भारत योजना से काफी खुश हैं. वे प्रधानमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना का आभार जता रहे हैं.