हजारीबागः प्रशासन की उदासीनता के कारण झील अपना अस्तित्व खोती जा रही है. हजारीबाग का झील पूरे राज्य में अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती है. एक ही परिसर में पांच झील शायद ही आपको कहीं देखने को मिलेगा. लेकिन अब इस झील में आपको पानी नहीं बल्कि जलकुंभी ही चारों ओर दिखेगा.
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इसको लेकर लोगों ने कई बार प्रशासन और नगर निगम से इन झीलों की सफाई के लिए गुहार लगाई है. लेकिन अब इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है. अब प्रशासन और नगर निगम से लोगों ने उम्मीद छोड़ दिया कि वो झील साफ करवाएगी. ऐसे में स्थानीय युवा झील साफ करने के लिए लग गए हैं. वो गाना गाकर लोगों को प्रेरित कर रहे हैं और उनसे मदद भी मांग रहे हैं कि वो झील की सफाई में अपना योगदान अवश्य दें.
हजारीबाग की पहचान इसकी झीलों से ही है. झील सिर्फ हजारीबाग वासियों के लिए ही नहीं बल्कि आसपास के जिला के रहने वालों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है. लेकिन इन दिनों हजारीबाग की झीलें अपनी प्राकृतिक सुंदरता खो रही है. प्रशासनिक उदासीनता के कारण झील की सफाई नहीं हो रही है. जिसके कारण जलकुंभी का अंबार झील में लगा हुआ है. झील में आपको शायद ही कोई कोना दिखेगा जहां पानी हो.
स्थानीय युवाओं ने बंटाया हाथ झील की ऐसी हालत को देखते हुए अब हजारीबाग के युवाओं ने खुद से इसे साफ करने का बीड़ा उठाया है. सुबह-सुबह स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग झील पर पहुंचते हैं. ऐसे में फ्रेंड्स क्लब के लोग गाना गाकर लोगों को मोटिवेट कर रहे हैं और झील साफ करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. ऐसे में अब इनका मेहनत भी रंग ला रहा है धीरे-धीरे झील की सफाई भी हो रही है.
जो भी व्यक्ति गाना सुनता है और इन्हें साफ करते दिखता है वो भी झील सफाई में लग जाता है. क्या पुरुष, क्या महिला क्या बच्चे सभी आज सभी कोई झील की सफाई में लगे हुए हैं. गाने के बोल भी हैं, साथी हाथ बढ़ाना. यह गीत हजारीबाग का हर एक तबका जो स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए झील पहुंच रहा है, उन्हें प्रेरित भी किया जा रहा है.
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यहां के लोगों का प्रशासन के प्रति आक्रोश भी साफ दिख रहा है. स्थानीय कहते हैं कि झील से मतस्य विभाग कर के रूप में आमदनी भी कर रही है. नगर निगम झील के आसपास 2 पार्क भी बनाया है. लेकिन झील साफ रखना वो अपना दायित्व नहीं समझते हैं. वहीं हजारीबाग जिला प्रशासन के सभी आला पदाधिकारी जिसमें उपायुक्त से लेकर एसडीओ तक का आवास झील परिसर के आसपास है. लेकिन उन्होंने भी कभी झील की स्थिति पर गंभीरता नहीं दिखाई. ऐसे में स्थानीय लोगों ने फ्रेंड्स क्लब के सदस्यों को झील सफाई के लिए धन्यवाद भी दिया है और कहा है कि हम भी अब आपके साथ कदम से कदम मिलाकर झील की सफाई करेंगे.
कहा जा सकता है कि हजारीबाग एक जिंदादिल शहर है. जब प्रशासन और नगर निगम सफाई का काम झील पर नहीं कर रही है तो यहां के लोग ही अपना दायित्व का निर्वहन करते हुए सफाई के काम में लग गए हैं. निसंदेह ये प्रशासन के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेंगे.