हजारीबाग: जिले में दो अलग-अलग जगह पर वज्रपात से दो लोगों की मौत हो गई. पहली घटना हजारीबाग के बरही अनुमंडल की है, वहीं दूसरी घटना हजारीबाग सदर की है. दोनों लोगों की मौत खेत में काम करने के दौरान हुई है.
बरही अनुमंडल में सामाजिक कार्यकर्ता विजय रविदास की मौत वज्रपात से हो गई. जानकारी के अनुसार वह अपने खेत में अपनी पत्नी के साथ खेती-बाड़ी का काम कर रहे थे. उसी दौरान आकाशीय बिजली गिरने से वे घायल हो गए और जब उन्हें बरही अनुमंडल के स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
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दूसरी घटना हजारीबाग के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के डेमोटांड की है जहां भूमि संरक्षण अनुसंधान और प्रशिक्षण केन्द्र में काम कर रहे रांची निवासी कैलाश लोहरा की वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गई. प्राप्त जानकारी के अनुसार केंद्र के अंदर खेत में वे काम कर रहे थे, तभी अचानक वज्रपात होने से वह घायल हो गया.
उन्हें हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया. मृत व्यक्ति केंद्र में आउटसोर्सिंग एजेंसी कमांडो सिक्योरिटी के अधीन कार्य करता था. घटना के बाद केंद्र से संबंधित अधिकारी और संबंधित सिक्योरिटी एजेंसी के संचालक भी अस्पताल पहुंचे और मृतक के शव को एचएमसीएस के पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया है और उनके परिजन को सूचना दे दी गई है.
इसी कड़ी में हजारीबाग विधायक मनीष जयसवाल ने मृतक के परिजन को आपदा राहत कोष से सहायता दिलाने की भी बात कही है. 4 लाख रुपए आपदा राहत कोष से देने का प्रावधान है.
हजारीबाग में मानसून के वक्त आकाशीय बिजली से घटना हमेशा होती है. ऐसे में जिला प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि जब बादल गरजे और बिजली गिरे तो किसी पेड़ के नीचे न रहकर खुले आकाश में रहे और कोशिश करें कि मजबूत घर में पहुंचे.