हजारीबागः बड़कागांव प्रखंड के रहने वाले लोग जहां एक ओर नए साल का पहला दिन सेलिब्रेट कर रहे थे. वहीं, दूसरी ओर एक परिवार घर के अंदर बंद होकर रात भर हाथियों के झुंड से बचने की कोशिश कर रहा था. इस दौरान हाथियों के झुंड ने घर के चारों तरफ लगी फसल को भी रौंद डाला.
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बड़कागांव थाना क्षेत्र में पिछले 8 दिनों से हाथियों का आतंक जारी है. आठवें दिन सुकुल खपिया और मोतरा गांव के ऊपर पहाड़ में कई एकड़ में लगी फसल को हाथियों के झुंड ने रौंद डाला. इस झुंड में 13 हाथी शामिल थे. घनघोर जंगल के बीच मोतरा गांव के निवासी महादेव दास के घर के चारों तरफ हाथियों का आतंक रात भर जारी रहा .
इस बीच कुछ लोगों ने हाथियों को भगाने की कोशिश की लेकिन अचानक एक हाथी ने पीछे दौड़ कर लोगों पर ही झपट मारा, जिससे अवधेश सिंह नामक व्यक्ति दौड़ने के क्रम में गिरकर घायल हो गया. हाथियों ने ग्रामीणों के खेत में लगी अरहर, आलू, धान की फसल को चट कर दिया और घर की चाहरदीवारी को भी ध्वस्त कर दिया. हाथी का झुंड गांव के आस-पास के जंगल में डेरा जमाए हुए है.
ज्ञात हो कि लगातार 8 दिनों से बड़कागांव थाना क्षेत्र के महूगाईकला और चंदौल पंचायत के कई गांव में हाथियों का कहर जारी है. 4 दिन पहले ही बड़कागांव के रेंजर उदय चंद्र झा ने हाथियों के एक झुंड को भगाने का दावा किया था, लेकिन वह झूठ साबित हुआ. बताया जा रहा है कि हाथियों के झुंड ने चरही की तरफ से कटकमदाग प्रखंड होते हुए बड़कागांव में प्रवेश किया और चंदौल पंचायत के लकुरा पहुंचा. लेकिन एनटीपीसी के परियोजना में रात के समय अधिक लाईट रहने के कारण हाथियों के झुंड ने जंगल में बसेरा बना लिया है.
वन विभाग की कोशिशों के बाद भी हाथियों का झुंड जंगल में ही है. गांव में रात भर हाथियों के डर से ग्रामीण जागकर अपने आप की सुरक्षा कर रहे हैं. अब तक हाथियों ने दर्जनों एकड़ में लगी फसल और लाखों रुपए की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है. पंचायत के मुखिया बिगल चौधरी ने कहा कि यहां वन विभाग की लापरवाही के कारण 8 दिनों से हाथियों का कहर जारी है. 8 दिनों से ग्रामीण भयभीत जीवन व्यतीत कर रहे हैं.