हजारीबाग: मुर्दा कल्याण समिति किसी परिचय का मोहताज नहीं है. लेकिन इस कोरोना काल में संस्था ने जो काम किया है वह हजारीबाग में आने वाले दिनों में याद रखा जाएगा. हाल के दिनों में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा में इजाफा हुआ है. ऐसे में अंतिम संस्कार कैसे हो यह पीड़ित परिवार के लिए चुनौती से कम नहीं रहता है. इसे देखते हुए मुर्दा कल्याण समिति ने निशुल्क एंबुलेंस सेवा समाज के लोगों को प्रदान कर रहा है. एंबुलेंस सेवा के जरिए पीड़ित परिवार शव का अंतिम संस्कार करने के लिए मुक्तिधाम पहुंचाती है. वैसे व्यक्ति जो आर्थिक रूप से संपन्न हैं उनसे कुछ पैसा लिया जाता है ताकि एंबुलेंस चल सके. मुर्दा कल्याण समिति के अध्यक्ष मोहम्मद खालिद कहते हैं कि मुर्दा का समान अंतिम संस्कार हो इसके लिए वे लोग पिछले कई सालों से काम कर रहे हैं. लेकिन वर्तमान समय में जो हालात उत्पन्न हुआ है इसे देखते हुए संस्था यह सेवा हजारीबाग वासियों को दे रहा है.
कोरोना से मौत के बाद संस्था दे रही मानवता का साथ, एक कॉल पर मिलती है मदद
हजारीबाग मुर्दा कल्याण समिति कोरोना काल में बेहतर काम कर रहा है, जो किसी परिचय का मोहताज नहीं. मुर्दा कल्याण समिति ने निशुल्क एंबुलेंस सेवा समाज के लोगों को प्रदान कर रहा है.
मुर्दा कल्याण समिति के अध्यक्ष खालिद
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जिला प्रशासन भी निशुल्क एंबुलेंस सेवा प्रदान कर रही
इसके अलावा भी हजारीबाग जिला प्रशासन भी निशुल्क एंबुलेंस सेवा प्रदान कर रही है. हजारीबाग सिविल सर्जन संजय जायसवाल भी कहते हैं कि संक्रमित व्यक्ति की मौत होने के बाद एंबुलेंस प्रदान कर रहे हैं. जिससे श्मशान तक ले जाया जा रहा है.