हजारीबागः नगर निगम मानसून से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है, ताकि हजारीबाग के नागरिकों को जलजमाव और मच्छरों से निजात मिल सके. वहीं हजारीबाग में नाली निर्माण नहीं होने के कारण इस मानसून में भी समस्या झेलनी पड़ेगी.
हजारीबाग में इस वर्ष भी नाली निर्माण नहीं हो सका है, आलम यह है कि गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है. नाली निर्माण नहीं होने का कारण लोगों को भारी पेरेशानी झेलनी पड़ेगी. हजारीबाग नगर आयुक्त कमलेश्वर प्रसाद सिंह का कहना है कि हर वार्ड में 20 लाख रुपया नाली निर्माण के लिए टेंडर किया गया था, लेकिन सरकार बदल गई. आवंटन खर्च पर रोक लग गया. इसके बाद कोविड-19 आ गया जिसके कारण नाली निर्माण नहीं हो सका. अगर नाली निर्माण होता तो शायद हजारीबाग की सड़कों पर गंदा पानी बहने की समस्या दूर हो जाती और मानसून में लोगों को राहत भी मिलता.
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हजारीबाग नगर निगम के उपमहापौर राजकुमार लाल का कहना है कि इस बार सफाई कार्य काफी समय पहले ही शुरू कर दिया है. ऐसे में हजारीबाग में जल जमाव और मच्छर की समस्या नहीं होगी. कोविड-19 में सफाई को लेकर विशेष अभियान चलाया गया. जिसका लाभ लोगों को मानसून के समय मिलेगा. वहीं हजारीबाग में मच्छर एक बड़ी समस्या रही है. खासकर के मानसून के समय इसका प्रकोप बढ़ जाता है. हजारीबाग के नगर आयुक्त का कहना है कि हम लोगों ने मच्छर के प्रकोप को रोकने के लिए फागिंग करवा रहे हैं.
इससे पहले राउंड में पूरे हजारीबाग में फागिंग कराया जा चुका है. अब दूसरे राउंड में फागिंग हम लोग करवाएंगे. साथ ही साथ जो सुविधा है उस सुविधा के अनुसार नाली साफ कराया जा रहा है, लेकिन हजारीबाग में सबसे बड़ी समस्या यह है कि लोग सहयोग नहीं करते हैं. कूड़ा नाली में ही फेंक देते हैं, ऐसे में नाली हमेशा जाम रहती है. हम लोगों से अपील भी कर रहे हैं कि वह कूड़ा नाली में न फेंके जो कूड़ा लेने वाले आते हैं उन्हें दें ताकि हजारीबाग साफ रहे.