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हजारीबाग में दलित युवक को दबंगों ने दी फांसी, 11 लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज

हजारीबाग में एक खौफनाक वारदात को अंजाम दिया गया है. दबंगों ने एक दलित युवक की बेरहमी से हत्या कर दी है (Dalit youth hanged by dabangs in Hazaribag). पुलिस ने इस मामले में 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.

Dalit youth hanged by dabangs in Hazaribag
Dalit youth hanged by dabangs in Hazaribag

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Published : Oct 12, 2022, 8:26 AM IST

Updated : Oct 12, 2022, 8:31 AM IST

हजारीबाग: हजारीबाग में दिल दहलाने वाली घटना घटी है. केरेडारी थाना क्षेत्र के पचड़ा गांव में सीटन भुइयां नाम के दलित व्यक्ति की बेरहमी से हत्या कर दी गई है. उसका शव बिजली के खंभे से लटका पाया गया है (Dalit youth hanged by dabangs in Hazaribag). मृतक के परिजन अनिल कुमार भुइयां ने पचरा गांव के ही कुछ दबंग व्यक्तियों पर हत्या करने का आरोप लगाया है.

दलित परिवार का कहना है कि 5 अक्टूबर के दिन एक दबंग शख्स एक दलित युवती के साथ अश्लील हरकत करते पकड़ा गया था. इस घटना की जानकारी दलित परिवारों ने दबंग परिवार को दी थी. लेकिन उस परिवार ने अश्लील हरकत करने वाले पर कार्रवाई करने के बजाय दलित परिवारों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करा दी. उसके बाद पूरे मामले को लेकर सीटन भुइयां एसटीएससी थाना पहुंचा और कार्रवाई के लिए आवेदन दिया.

दलित परिवार का कहना है कि इस आयोजन की भनक लगते ही दबंगों ने पचरा गांव में पोल से लटका कर उसी के शर्ट से फांसी दे दी. मृतक के परिजन अनिल कुमार भुइयां ने कहा कि पचरा गांव के कुछ दबंग व्यक्ति दलितों की बहू बेटियों के साथ अत्याचार करते हैं उनका शोषण करते हैं. इस मामले में केरेडारी थाना प्रभारी ने बताया कि 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है इसमें 302 की धारा भी लगाई गई है.

इस मामले में बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सरकार को घेरते हुए ट्विट किया 'झारखंड में अपराधियों का मनोबल देखिए, हजारीबाग के केरेडारी थाना के पचड़ा गांव में एक दलित युवक सीटन भुइयां को घर से अगवा कर हत्या कर दी और शव को बिजली के पोल से लटका दिया. कुछ दिन पूर्व सीटन के परिवार ने अपनी जान का खतरा बताते हुए थाने में शिकायत की थी, लेकिन मुंशी ने भगा दिया था.'

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा 'खुद को आदिवासी और दलित का हितैषी बताने वाली इस सरकार के कार्यकाल में कितने कितने आदिवासियों और दलितों पर अत्याचार हुए हैं ये आज किसी से छिपा नहीं है. झारखंड पुलिस की असंवेदनशीलता और टालमटोल की नीति अपराध की आशंकाओं के बावजूद उसे रोक पाने में असफल रहती है'

इन दोनों ट्वीट के जरिए बाबूलाल मरांडी ने सरकार और झारखंड में कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.

Last Updated : Oct 12, 2022, 8:31 AM IST

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