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कोरोना को लेकर हजारीबाग तैयार, होटलों को बनाया जा रहा क्वारेंटाइन सेंटर - कोरोना वायरस समाचार

आपातकाल से निपटने के लिए विभिन्न स्तर पर क्वारेंटाइन सेंटर बनाया जा रहा है. इसी क्रम में हजारीबाग जिला प्रशासन छह होटलों को आपातकाल के लिए तैयार किया है.

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हजारीबाग के होटल

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Published : Mar 28, 2020, 1:58 PM IST

हजारीबाग: कोरोना वायरस को लेकर हजारीबाग जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. आपातकाल से निपटने के लिए विभिन्न स्तर पर क्वारेंटाइन सेंटर बनाया जा रहा है. इसी क्रम में हजारीबाग जिला प्रशासन छह होटलों को आपातकाल के लिए तैयार किया है. जहां क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है.

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छह होटलों में क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया
भारत अभी कोरोना वायरस के संक्रमण के दूसरे स्टेज से गुजर रहा है. सब का यही प्रयास है कि तीसरा स्टेज देश में न आए. लेकिन अगर संक्रमण फैलता है और हम थर्ड स्टेज में प्रवेश करते हैं तो स्थिति काफी भयावह हो जाएगी. इसे देखते हुए हजारीबाग जिला प्रशासन ने अब तक कई जगहों पर क्वारेंटाइन सेंटर बनाया है. लेकिन एक कदम आगे बढ़कर अब जिला प्रशासन हजारीबाग के छह प्रमुख होटलों एके इंटरनेशनल, श्री विनायक, कैनरी इन होटल, उपकार होटल, मनोकामना होटल और आर्यन बिहार को कोरोना से पीड़ित व्यक्तियों के क्वारेंटाइन करने के लिए उपयोग में लाएगा.

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तीन निजी नर्सिंग होम इलाज के लिए तैयार

हजारीबाग के उपायुक्त भुवनेश प्रताप सिंह ने नगर निगम क्षेत्र के छह होटलों के आधारभूत संरचना का उपयोग करने से संबंधित अधिग्रहण आदेश जारी किया है. वहीं, शहर के तीन निजी नर्सिंग होम आरोग्यम अस्पताल, हजारीबाग डेंटल कॉलेज अस्पताल और परमल स्थित लाइफ केयर अस्पताल को करोना वायरस मरीजों के उपचार के लिए सेंटर के रूप में संचालन किया जाएगा.

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अब तक लगभग 12, 000 लोगों का स्कैनिंग
दरअसल, प्रशासन चाहती है कि हजारीबाग में अगर स्थिति बिगड़ती है तो कैसे सुविधा उपलब्ध की जाए, इसे देखते हुए यह कदम उठाया गया है .अब तक शहर और गांव में कई जगह ऐसे सेंटर बनाए गए हैं. हर एक पंचायत में पंचायत भवन का भी उपयोग इसके लिए किया जा रहा है. वहीं ब्लॉक स्तर पर भी सेंटर बनाए गए हैं. हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में 100 बेड का ऐसा सेंटर बनकर तैयार है. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भी 40 बेड का सेंटर बनाया गया है. हजारीबाग के सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार का कहना है कि यह व्यवस्था हम भविष्य को देखते हुए कर रहे हैं. लेकिन सबसे सुखद बात यह है कि एक भी पॉजीटिव केस हजारीबाग में नहीं पाया गया है. जबकि यहां अब तक लगभग 12, 000 लोगों का स्कैनिंग किया जा चुका है.

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