गिरिडीह: जिले के गावां में मां बेटी की मौत हो गई है. मौत के पीछे मिट्टी धंसने को कारण बताया जा रहा है. जबकि इलाके में अभ्रख के अवैध खनन के दौरान चाल धंसने की चर्चा है. यह घटना शुक्रवार की देर शाम की बताई जा रही है. बताया जाता है कि शुक्रवार की रात में यह खबर आई की गावां के भटगढ़वा जंगल में अभ्रख खनन के दौरान चाल धंसी है. इस घटना में 40 वर्षीय सविता देवी और उसकी 10 वर्षीय बेटी चांदनी की मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलने पर शनिवार को गावां थाना पुलिस मृतकों के घर पर पहुंची. यहां पर परिजनों और स्थानीय लोगों का कहना था कि घर के लिए मोरम लाने के लिए दोनों मां बेटी गयी थी. खोदने के दौरान ऊपर से मिट्टी गिर गयी. पुलिस ने परिजनों से पूछताछ के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया.
भू-धंसान से मां-बेटी की गई जान! पुलिस को अवैध अभ्रख खनन का शक - अवैध अभ्रख खनन
गिरिडीह के गावां में अवैध चाल का धंसान हुआ है इस घटना में दो की जान चली गई. हालांकि जिनकी मौत हुई है उनके परिजनों का कहना है कि हादसा मिट्टी के धंसने के कारण हुई है. मामले को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है.
हर बिंदू पर होगी जांच: थाना प्रभारी
इधर, गावां थाना प्रभारी सूरज कुमार ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि अवैध खदान में धंसान से दो की मौत हुई है. वे जब मृतकों के घर पहुंचे तो शव घर में ही मिला. यहां परिजनों और गांव के लोगों ने बताया कि मिट्टी के मकान के पास जल जमाव के कारण मां-बेटी मिट्टी लाने गई थी इसी दौरान हादसा हो गया. पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया गया है और हर बिंदु पर जांच की का रही है. पूरी जांच के बाद ही साफ तौर पर कुछ कहा जा सकता है.
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चर्चाओं का बाजार गर्म
गावां और आसपास के इलाके में चर्चा का बाजार गर्म है. लोग तरह तरह की बातें कर रहे हैं. कहा जा रहा है अभ्रख माफियाओं का मजबूत सिंडिकेट चलता है. यह सिंडिकेट ही किसी भी तरह के मामले को रफा दफा करने का काम करता है. आये दिन अभ्रख की अवैध खदान में हादसा होने पर इस सिंडिकेट के द्वारा ही मृतकों के परिजनों को लोभ या भय दिखाकर चुप कराया जाता है.