गिरिडीह: मुफस्सिल थाना इलाके के विश्वासडीह के मुद्रा राइस मिल में काम के दौरान हादसा हो गया. यहां काम कर रहा एक मजदूर घायल हो गया. घायल मजदूर को इलाज के लिए धनबाद ले जाया जा रहा था लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई. इस घटना से नाराज मृतक के परिजन, भाकपा माले नेता राजेश यादव और राजेश सिन्हा के नेतृत्व में मिल पहुंचे और घेराव किया. इस दौरान माले नेताओं ने मुआवजा की मांग की.
राइस मिल में घायल मजदूर की हुई मौत, मुआवजे की मांग को लेकर परिजनों ने किया घेराव
गिरिडीह में एक मजदूर की मौत हो गई. मजदूर राइस मिल में काम करता था. घटना को लेकर परिजनों ने मिल का घेराव किया और मजदूर के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की. घेराव के दौरान माले नेता ने कहा की हेमंत सरकार से लोगों को काफी उम्मीदें हैं और उन्हें मजदूरों का ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने हेमंत सरकार से ऐसा कानून बनाने की मांग की जिसमें 24 घंटे के अंदर हादसे में मारे गए मजदूरों को मुआवजा मिले.
क्या है पूरी घटना
बताया गया कि सिमरियाधौड़ा निवासी मो. सद्दाम पिछले छह महीने से मुद्रा राइस मिल में काम करता था. शनिवार की शाम को वह काम के दौरान घायल हो गया. इसके बाद उसे इलाज के लिए आजाद नर्सिंग होम ले जाया गया. वहां स्थिति में सुधार नहीं होने लगी तो उसे धनबाद रेफर कर दिया गया. लेकिन धनबाद जाने के क्रम में सद्दाम ने दम तोड़ दिया. मौत के बाद सद्दाम का शव गांव पहुंचा तो लोग आक्रोशित हो गए. भाकपा माले के नेताओं संग मिल का घेराव किया.
ये भी पढ़ें:गरीबों को नहीं मिल पाता है पौष्टिक आहार, सरकारी गोदाम में सड़ रहा है चना
मजदूर के हित को लेकर बने कानून
इस दौरान माले नेता राजेश यादव और राजेश सिन्हा ने कहा कि आये दिन फैक्ट्रियों में दुर्घटना होती है जिसमें कई मजदूर की मौत हो जाती है. मौत के बाद फैक्ट्री या मिल का घेराव होता है. प्रबंधन और मालिक पर दबाव बनाया जाता है तब जाकर मुआवजा मिलता है. उन्होंने कहा कि भाजपा शासनकाल में यह देखा गया मजदूरों पर किस तरह से जुल्म हुआ. अब हेमंत सरकार से मजदूर किसानों को काफी उम्मीदें हैं. माले नेता ने कहा कि फैक्ट्री में काम के दौरान मौत होने पर 24 घंटे के अंदर मुआवजा का भुगतान हो इसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री कानून बनाएं. ऐसा कानून बने जिसके तहत 24 घंटे में मृतक के परिजनों को इंसाफ नहीं मिलता है तो फैक्ट्री के मालिक-प्रबंधन को जेल में डाला जाए.