गिरिडीह: नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता प्रशांत बोस की पत्नी शीला दी उर्फ शीला मरांडी समेत 13 नक्सलियों के खिलाफ केस चलाने की मंजूरी दी गयी है. डीसी सह जिला दंडाधिकारी राहुल कुमार सिन्हा ने 3/4/5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत गुरूवार को अभियोजन चलाने की स्वीकृति दे दी है. यह मामला मधुबन थाना कांड संख्या 20/18 छह सितंबर 2018 से संबंधित है.
प्रशांत बोस की पत्नी शीला समेत 13 नक्सलियों पर चलेगा मुकदमा, डीसी ने दिया अभियोजन स्वीकृत्यादेश
भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता प्रशांत बोस की पत्नी शीला पर प्रशासन का शिकंजा कसा है. जेल में बंद शीला के खिलाफ मुकदमा चलेगा. यह मामला वर्ष 2018 में 32 पीस पाईप बम बरामदगी से जुड़ा हुआ है.
डीसी राहुल कुमार ने मामले के प्राथमिकी अभियुक्त अजय महतो उर्फ टाइगर, संतोष महतो उर्फ संतोष दा उर्फ संजय उर्फ बासुदेव महतो उर्फ बासुवा, नुनूचंद महतो उर्फ नुमा उर्फ गांधी, रणविजय महतो, साहेबराम मांझी उर्फ साहेबराम हांसदा, कृष्णा मांझी उर्फ कृष्णा हांसदा उर्फ अविनाश, रामदयाल महतो उर्फ बच्चन दा उर्फ अमर दा, प्रशान्त मांझी उर्फ छोटका मुर्मू, पतिराम मांझी उर्फ अनल दा उर्फ गोपाल दा, पवन मांझी उर्फ लेंगड़ा, करूणा दी उर्फ निर्मला उर्फ जोशिला, जया दी उर्फ चिन्ता दी एवं शीला दी उर्फ शीला मरांडी के विरूद्घ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 3/4/5 के अंतर्गत अभियोजन चलाने की मंजूरी दी है.
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क्या है मामला
06 सितंबर 2018 को तत्कालीन एसपी गिरिडीह को गुप्त सूचना मिली थी कि पारसनाथ पहाड़ में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी जमा हैं. जिनका मकसद पुलिस और सीआरपीएफ बल को क्षति पहुंचाने के साथ हथियार और कारतूस लूटना है. नक्सलियों ने भारी संख्या में पारसनाथ पहाड़ पर एमबी-01 पुलिस पिकेट से करीब 4 किमी दक्षिण पश्चिम निमियाघाट की उतरने वाली जंगली पहाड़ी रास्ते में सिरिज में लैंड माइंस लगाया गया था. इसकी सूचना पर एसपी, एएसपी अभियान, सीआरपीएफ के उप समादेष्टा, सहायक समादेष्टा सीआरपीएफ जवानों के साथ मधुबन से पारसनाथ पहाड़ की तरफ गए. यहां सर्च अभियान चलाया गया. लैंड माइंस डिटेक्टर से जांच में पहाड़ी रास्ते में करीब 2 किमी के दायरे में 32 पीस पाइप बम लाईंड सिरिज में लगा हुआ बरामद किया गया.