दुमका: पूरे देश में जागरूकता अभियान चलाकर पौधारोपण किया जा रहा है. पौधारोपण कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण और जल संरक्षण है, साथ ही चारों तरफ हरियाली नजर आए और वातावरण शुद्ध रहे. दुमका के सदर प्रखंड के सबलपुर गांव में कई वर्ष पहले वन विभाग ने एक लाख से अधिक पौधे लगाए थे. जो अब वृक्ष बन चुके हैं, लेकिन उसे देखने वाला कोई नहीं है.
झारखंड की उपराजधानी दुमका में धड़ल्ले से पेड़ों की कटाई हो रही है, लेकिन न कोई संज्ञान लेने वाला है और न ही कोई रोकने-टोकने वाला है. चारों और कटे पेड़ों के ठूंठ नजर आ रहे हैं. ईटीवी भारत की टीम को पेड़ों की धड़ल्ले से कटाई की खबर मिलते ही टीम सबलपुर गांव पहुंची. जहां कुछ ग्रामीणों से बात करने पर उन्होंने पेड़ों की कटाई पर चिंता तो जताई, लेकिन कुछ भी खुलकर बताने को तैयार नहीं हुए कि आखिर पेड़ों को काट कौन रहा है.
ग्रामीणों ने जताई चिंता
वहीं, पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि इसमें पेड़ माफिया शामिल हैं. इसके अलावा अगल-बगल गांव के लोग भी पेड़ काट कर ले जा रहे हैं. जिसे कोई देखने वाला कोई नहीं है. गांव के बुजुर्ग सिर्फ इतना कहते हैं कि इस पेड़ के नीचे हमें छाया मिलती है, लेकिन इसका बचाव नहीं हो पा रहा है.