दुमका:चर्चित पेट्रोल कांड (Dumka Murder Case) में पीड़िता की हत्या के मामले में पुलिस ने न्यायालय में 100 से अधिक पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है. इसकी जानकारी जिले के एसपी अम्बर लकड़ा ने दी है. 100 से अधिक पन्नों की यह चार्जशीट तैयार करने में बारह सदस्यीय एसआईटी को दस दिन का वक्त लगा है.
दुमका पेट्रोल कांड में 12 दिन के बाद चार्जशीट दाखिल, बारह सदस्यीय एसआईटी ने बनाई 100 से अधिक पन्नों की रिपोर्ट
दुमका में हुए पेट्रोल कांड (Dumka Murder Case) मामले में पुलिस ने कोर्ट में 100 से अधिक पन्नों की चार्जशीट जमा की है. एसपी की अध्यक्षता में गठित एसआईटी ने नाबालिग छात्रा के मौत के 12 वें दिन चार्जशीट दायर की है.
ये भी पढ़ें:पूर्व सीएम रघुवर दास का आरोप, झारखंड में बढ़ी जिहादी गतिविधियां, लव जिहाद की शिकार हुई छात्रा
क्या है पूरा मामला:दुमका में 23 अगस्त को अहले सुबह घर में सोयी एक किशोरी पर दो युवक शाहरूख हुसैन और नईम उर्फ छोटू खान ने पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी थी. जिसके बाद लड़की बुरी तरह झुलस गयी थी. पांच दिनों तक जिंदगी-मौत से जूझने के बाद बाद रिम्स रांची में 28 अगस्त को किशोरी की मौत हो गयी. मामले में जहां घटना के दिन ही शाहरूख की गिरफ्तारी हो गयी, वहीं बाद नईम उर्फ छोटू को भी गिरफ्तार कर लिया गया. दुमका में हुए इस वारदात की पूरे देश में निंदा हुई.
29 अगस्त को वैज्ञानिक और तकनीकी पहलुओं पर गहन अनुसंधान की मॉनिटरिंग के लिए एडीजी मुरारी लाल मीणा के साथ आईजी असीम विक्रांत मिंज खुद ही कैम्प किये हुए थे. वहीं संथालपरगना के डीआइजी ने एसपी अंबर लकड़ा के नेतृत्व में विशेष जांच दल यानी एसआईटी का गठन किया. इस एसआईटी को निर्देश दिया गया था कि वह त्वरित गति से कांड का अनुसंधान पूर्ण कर ससमय न्यायालय में आरोप पत्र समर्पित करे और स्पीडी ट्रायल के लिए न्यायालय में आवेदन समर्पित करे. एसपी के नेतृत्व में गठित इस एसआईटी में दो डीएसपी विजय कुमार और शिवेंद्र के साथ नगर थाना के प्रभारी इंस्पेक्टर नितिश कुमार, मुफस्सिल थाना के थाना प्रभारी इंस्पेक्टर उमेश राम सहित एक दर्जन पुलिस कर्मी को रखा गया था.