धनबाद: बीसीसीएल की ओपन खदानों में उत्खनन का काम कर रही आउटसोर्सिंग कंपनियां डीजीएमएस के नियमों का खुलेआम धज्जियां उड़ा रही हैं. खदानों से उत्खनन के दौरान निकलने वाले दहकते कोयले और ओबी बिना बुझाए आउटसोर्सिंग कंपनी ट्रांसपोर्टिंग करवा रही हैं. बीसीसीएल से लेकर खान सुरक्षा महानिदेशालय के अधिकारी इन कंपनियों पर नकेल कसने में पूरी तरह से विफल है.
धनबाद: ओपन खदानों में उड़ रही नियमों की धज्जियां, दहकते कोयला का हो रहा ट्रांसपोर्ट - माइनिंग
बीसीसीएल की ओपन खदानों में उत्खनन का काम कर रही आउटसोर्सिंग कंपनियां डीजीएमएस के नियमों का खुलेआम धज्जियां उड़ा रही हैं. खदानों से उत्खनन के दौरान निकलने वाले दहकते कोयले और ओबी बिना बुझाए आउटसोर्सिंग कंपनी ट्रांसपोर्टिंग करवा रही हैं.
माइनिंग क्षेत्र में चलने वाले कामों में नियमों का अनुपालन ठीक ढंग से हो रहा है या नहीं इसकी जिम्मेदारी खान सुरक्षा महानिदेशालय यानी डीजीएमएस के अधिकारियों के कंधों पर है. डीजीएमएस के डिप्टी डीजी एन राव का इस मामले पर कहना है कि आग लगे हुए कोयले की बिल्कुल भी ट्रांसपोर्टिंग नहीं होनी चाहिए. उत्खनन कर रही कंपनी को अगर थोड़ी बहुत आग है तो बुझने के बाद ही ट्रांसपोर्टिंग करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि हमेशा हम उत्खनन क्षेत्रों में जाकर जांच नहीं कर सकते. उन्होंने सीधे तौर पर बीसीसीएल प्रबंधन को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है. वहीं, मामले को लेकर बीसीसीएल डायरेक्टर पर्सनल आरएसएस महापात्रा ने कहा कि कभी-कभार ऐसे मामले आते हैं. लेकिन इस आग को बुझाने के बाद ही ट्रांसपोर्टिंग की जाती है.