धनबाद: दूसरे राज्यों में फंसे झारखंड के मजदूरों और छात्रों को लाने की कवायद शुरू हो गई है. धनबाद में भी व्यापक तैयारी की गई है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में डीटीओ ओमप्रकाश यादव ने जिले में की गई तैयारियों के बारे में बताया. साथ ही अपने परिजनों को लेने के लिए स्टेशन नहीं आने की अपील लोगों से की है ताकि स्टेशन पर भीड़ इकट्ठा ना हो. लोगों को घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रशासन के कंधों पर है.
डीटीओ ने बताया कि सरकार के निर्देश के अनुसार झारखंड के बॉर्डर से सटे राज्य, वेस्ट बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और बिहार इन क्षेत्रों में फंसे मजदूरों को सबसे पहले लाया जाएगा. उन राज्यों के जिलों में फंसे मजदूरों का वेरिफिकेशन किया जा रहा है. सभी राज्यों के जिले में बस भेजी जाएगी. बस में पुलिस पदाधिकारी और मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे. वहीं, स्थानीय जिला प्रशासन से संपर्क कर उन मजदूरों को वहां से धनबाद लाया जाएगा. छह राज्यों में अबतक कुल 23 सौ फंसे मजदूरों की सूची तैयार की जा चुकी है. सूची में मजदूरों की संख्या में और भी इजाफा होने की उम्मीद है. अन्य मजदूरों की सूची तैयार की जा रही है. कोटा से रांची पहुंचने वालें के लिए भी व्यवस्था की गई है.