धनबाद: राज्य सरकार द्वारा जोर-शोर से स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत सभी को शौचालय देने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन केंद्र सरकार की स्वच्छता योजना यहां मजाक बन कर रह गई है. धनबाद के पंचमोहली पंचायत में इस अभियान की सच्चाई ही कुछ और है. लोगों को विवश होकर खुले में शौच जाना पड़ता है.
पंचमोहली पंचायत में लोगों को शौचालय भी नसीब नहीं हो पाया है. यहां के दिव्यांग तक को शौचालय नहीं मिला है. पंचायत के वार्ड नंबर 5 के रहने वाले छोटू कुमार भगत का कहना है कि वो जन्म से ही दिव्यांग है और उनका एक बेटा भी दिव्यांग है. उसके बाद भी उन्हें शौचालय नहीं मिल पाया है. उन्होंने कहा कि मुखिया के पास कई बार जाने के बाद भी शौचालय नहीं मिला. जिसके कारण इन्हें शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है.
सरकार का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति स्वयं से शौचालय बना ले तो मुखिया द्वारा उसे 12 हजार की राशि उपलब्ध करा दी जाएगी. मुखिया के कहे जाने के बाद भोला यादव ने लोन लेकर शौचालय बनवाया. लेकिन उन्हें मुखिया द्वारा राशि नहीं दी गई. अब भोला बेचैन है कि वो लोन की राशि कैसे वापस करें.