धनबाद:दीपावली में धनतेरस का विशेष महत्व है. इस साल धनतेरस 2 नवंबर को है. इस अवसर पर भगवान धन्वंतरि की विशेष पूजा की जाती है. धनबाद के विभिन्न बाजारों में भी धनतेरस को लेकर खास तैयारी है.
इसे भी पढे़ं:सदियों बाद धनतेरस से पहले बना शुभ मुहूर्त, पुष्य नक्षत्र में खरीदारी से होगी धन वर्षा
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन ही भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था. इस कारण इसे धन्वंतरि जयंती या धन त्रयोदशी माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन आभूषण, बर्तन और वाहन खरीदना शुभ होता है. धनतेरस को लेकर बाजार पूरी तरह से सज धज कर तैयार है. चाहे वह वाहन की दुकान हो, बर्तन की दुकान हो या फिर आभूषण की दुकानें.
2 सालों से धनतेरस पर कोरोना का असर
वाहन विक्रेता श्रवण साव ने बताया कि कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों में वाहनों की ब्रिकी पूरी तरह से ठप थी. इस वर्ष बाजार खुल चुका है और अच्छी ब्रिकी की उम्मीद है. वहीं बर्तन विकेता संजय प्रसाद ने कहा कि स्टील, तांबा, पितल और एलुमिनियम के मूल्यों में काफी इजाफा हुआ है. जिसके कारण बर्तनों के दाम काफी बढ़ गए हैं. जबकि आभूषण व्यवसायी पीयूष अग्रवाल ने बताया कि पिछले 2 वर्षों से बाजार में काफी मंदी थी. लेकिन इस बार लोग आभूषण की खरीदारी अवश्य करेंगे. उन्होने बताया कि पिछले 2 वर्षो की अपेक्षा इस बार सोने और चांदी के कीमतों में काफी गिरावट आई है. उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिन धनतेरस में लोग माता धन्वंतरि और लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए आभूषण अवश्य खरदेंगे.