धनबाद: जिले के स्थित सिंदरी शहरपुरा में गुरुवार को दो गुटों में हिंसक झड़प हो गई (fight between two groups in dhanbad). इस दौरान सिंह मेंशन समर्थक लक्की सिंह के कार्यालय में बागदाहा गांव के लोगों ने तोड़फोड़ की. ग्रामीण इतने उग्र थे कि भौंरा ओपी प्रभारी के साथ अन्य दो थाना क्षेत्र के भी प्रभारी इस घटना में घायल हो गए. पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए लाठीचार्ज भी किया.
धनबाद में दो गुटों के बीच जमकर हुई मारपीट, कई पुलिसकर्मी भी घायल - Jharkhand news
जिले के सिंदरी सहरपुरा पर बगदाहा गांव में हिंसक झड़प हुई है. ग्रामीणों ने हमला कर तोड़ फोड़ की है. इस तोड़फोड़ के दौरान कई लोगों के घायल होने की सूचना मिल रही है. सहरपुरा स्थित जनता मजदूर संघ कार्यालय पर ग्रामीणों ने हमला किया है. इस दौरान कई राउंड गोलियां भी चली है. इस घटना में भौरा थाना प्रभारी हिमांशु कुमार भी घायल हुए है. तनाव को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस पहुंची है. इसके अलावा घायलों को अस्पताल भेजा गया है.
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तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने पहले से ही पूरी तैयारी कर रखी थी और कई थाना क्षेत्र से पुलिस बल को मंगाया गया था. इस पूरी घटना में तीन थाना प्रभारी घायल हुए हैं. भौंरा ओपी प्रभारी के साथ साथ सुदामडीह थाना प्रभारी, सिंदरी थाना प्रभारी और कुछ जवान भी घायल हो गए. जिन्हें इलाज के लिए धनबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं घटना के बाद सिंदरी को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. जिले से लगभग सभी वरीय पुलिस पदाधिकारी मौके पर मौजूद हैं.
हालांकि, इस तरह की हिंसक घटना की आशंका पहले से ही जताई जा रही थी. लगभग एक सप्ताह से लक्की सिंह और बड़दाहा के कुछ ग्रामीणों की पिटाई के बाद यहां दोनों पक्षों में काफी तनातनी का माहौल था. कुछ दिन पूर्व लक्की समर्थकों की ओर से बड़दाहा के छह ग्रामीणों सहित पूर्व सांसद बिनोद बिहारी महतो के रिश्तेदार की पिटाई के बाद माहौल और गर्म हो गया. लेकिन सिंदरी थाना पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं लिया. यही कारण है कि लक्की सिंह के कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना के बाद पुलिस की तैनाती तो कर दी गई थी, लेकिन रात में पुलिस चली गई. इसके कारण ग्रामीणों ने कुछ दिन पूर्व देर रात में लक्की के कार्यालय में हमला कर तोड़फोड़ की.
गुरुवार को शक्ति प्रदर्शन करने के लिए बलियापुर और बड़दाहा के ग्रामीण सुबह से ही हवाई पट्टी में जुटने लगे थे. लोगों को अनहोनी की आशंका होने लगी थी. बावजूद इसके बलियापुर और सिंदरी थाना पुलिस गंभीर नहीं हुई. इसके बाद सैकड़ों ग्रामीणों ने शहरपुरा में खूब उत्पात मचाया. उनके सामने पुलिस की एक भी न चली. ताज्जुब की बात तो यह है कि बलियापुर, सिंदरी और आसपास के थानों की पुलिस के अलावा धनबाद से भी जवानों को स्थिति नियंत्रण में करने के लिए बुलाया गया था, लेकिन ग्रामीणों के आगे यह बेबस और लाचार नजर आए. इस पूरी घटना में पुलिस अधिकारी सहित अनेक लोग जख्मी हुए. आधा दर्जन से अधिक वाहनों में तोड़फोड़ की गई, लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर सकी. ग्रामीण हिंसक शक्ति प्रदर्शन कर चले गए. फिलहाल शहरपुरा के लोगों में दहशत और इलाके में तनाव व्याप्त है.
इस पूरे मामले में गोली चलने भी की भी जानकारी सामने आ रही है. लेकिन पुलिस ने गोली चलने की घटना से इनकार किया है. पुलिस का कहना है कि किसी प्रकार की गोली चलने की घटना नहीं हुई है. पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित में करने के लिए हल्का बल प्रयोग जरूर किया है. पूरे मामले की जांच में पुलिस जुटी हुई है.