धनबादः गरीबों को मुफ्त या कम पैसे में इलाज की व्यवस्था केंद्र सरकार की ओर से की गई है. आयुष्मान भारत योजना का कार्ड धारक किसी प्रस्तावित निजी अस्पताल से भी इसका लाभ ले सकता है. लेकिन आलम ऐसा है कि केंद्र की बीजेपी सरकार और धनबाद बीजेपी पदाधिकारी प्रदीप मंडल के विचार में फर्क है. जिला बीजेपी पदाधिकारी आयुष्मान भारत योजना को योजना ही नहीं मानते हैं. कहना साफ है इलाज होगा तो पैसा देना होगा.
इसे भी पढ़ें- पलामू: प्राइवेट क्लिनिक में मारपीट, एक घायल
धनबाद के बाइपास रोड मे स्थित जेपी हास्पिटल हमेशा विवाद में घिरा रहता है. कभी मरीज के मौत के मामले हो या पैसों के लिए मरीज को बंधक बनाने का मामला हो. सोमवार की घटना ने तो अस्पताल पर सवाल उठाने पर मजबूर कर दिया है. पुर्वी टुंडी थाना क्षेत्र के रहने वाले अरुण रजक ने अपनी पत्नी फूल कुमारी के गर्भवती होने पर इलाज के लिए जेपी अस्पताल में भर्ती करवाया था.
गांव के ही एक झोला छाप डाक्टर या अस्पताल के दलाल के रूप में काम करने वाले एक शख्स ने जेपी अस्पताल में भर्ती करा. मरीज के परिजन को बताया गया था कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत कार्ड का लाभ अस्पताल में मिलेगा. मरीज के परिजनों से पहले आयुष्मान भारत कार्ड, आधार कार्ड ले लिया गया. इसके बाद अस्पताल प्रबंधन मरीज के परिजन से इलाज के नाम पर पैसे मांगते रहे.
जब मरीज के परिजन ने पैसे देने में असमर्थता जताई तो वहां मौजूद गार्ड और कर्मचारियों ने बदसलूकी की. इसी को लेकर बात आगे बढ़ गयी और अस्पताल स्टाफ ने चार लोगों पिटाई कर दी. एक महिला तो अस्पताल परिसर में ही बेहोश हो गई, जिसके बाद सभी घायलों को SNMMCH में भर्ती करना पड़ा.
इसे भी पढ़ें- मामूली कहासुनी के बाद सुरक्षाकर्मी ने तीमारदार को जमकर पीटा, देखें VIDEO
अस्पताल में भर्ती के बाद प्रबंधन की ओर से इलाज के लिए लगातार परिजन से पैसे की मांग करता रहा और परिजन पैसों की डिमांड पूरा करते रहे. परिजन के पास पैसा खत्म हो जाने के बाद परिजन ने मरीज को छुट्टी करवाने को कहा. मगर प्रबंधन पैसे जमा करवाने की जिद कर मरीज को छुट्टी देने से इनकार कर दिया. इसी दौरान गार्ड तथा कर्मचारियों ने परिजनों की पिटाई शुरू कर दी. जिसमें तीन इलाजरत और एक बुजुर्ग महिला अस्पताल के परिसर में पिटाई से बेहोश हो गई.
मरीज के परिजन कालो देवी और इलाजरत महिला के पति अरूण रजक ने कहा की अस्पताल के लोग उनलोगों के साथ मारपीट की. इलाज के लिए जब पैसा मांगा तो हमने पैसा दिया, छुट्टी कराने की बात पर आयुष्मान भारत सहित अन्य कागजात मांगा गया. चार घंटे बाद जब गए तो छुट्टी देने से इनकार कर दिया. कर्मी, गार्ड ने उनके साथ मारपीट कर दी. परिजनों ने अस्पताल और पुलिस की मिलीभगत का आरोप लगाया, उन्होंने कहा कि पुलिस अस्पताल वालों की बात पर एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर थाना ले गई.
प्रदीप मंडल, जेपी अस्पताल के संचालक सह बीजेपी नेता इस मामले अस्पताल संचालक प्रदीप मंडल ने कहा कि छोटी-मोटी बहस आज हुई है. कुछ लोग वीडियो बना रहे थे, जिसका महिला अस्पताल कर्मी ने विरोध किया. हालांकि मरीज परिजन के सिर फट जाने की मामले पर कहा कि कोई अगर गिर जाता है साधरण तो उसका भी सिर फट जाता है.