धनबाद: जिले में कोरोना ने धीरे से ही सही लेकिन खतरे की घंटी बजाने का संकेत तो जरुर दे दिया है. पिछले दो महीने में चार लोगों की जान इस वायरस के संक्रमण से गई, जबकि कुल संक्रमितों की संख्या 120 पहुंच गई है. कोरोना के संक्रमण के बढ़ते खतरे को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. 20 कंटेनमेंट और बफर जोन का निर्माण कर कर्फ्यू लगा दिया गया है.
धनबाद में बनाए गए 20 कंटेनमेंट और बफर जोन, कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से लिया गया फैसला
धनबाद में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. 20 कंटेनमेंट और बफर जोन का निर्माण कर कर्फ्यू लगा दिया गया है. पिछले दो महीने में चार लोगों की जान इस वायरस के संक्रमण से गई है. जबकि कुल संक्रमितों की संख्या 120 पहुंच गई है.
कोरोना मरीजों के लिये 350 बेड तैयार
जिला प्रशासन ये मान रहा है कि आने वाले दिनों में जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या में तेजी आयेगी. लेकिन इसके साथ ही प्रशासन ने कोयलांचलवासियों को भरोसा दिलाया है कि वो घबरायें नहीं बल्कि प्रशासन का सहयोग करें. इस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिये प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. कोरोना की दूसरी लहर ने कोयलांचलवासियों के दिलो दिमाग में एक बार फिर डर पैदा कर दिया है. ऐसी स्थिति में जिला प्रशासन ने इसके प्रसार को रोकने के लिये अपनी कमर कस लिया है. जिला प्रशासन ये मान रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में ये काफी तेजी से फैलेगा और इसके बचाव के लिये तमाम उपाय भी किये जा रहे हैं. जिला प्रशासन का ये भी मानना है कि निश्चित रुप से संक्रमण बढ़ रहे हैं, लेकिन फिलहाल इसे कंट्रोल किया जा सकता है. इस संदर्भ में डीसी उमाशंकर सिंह ने बताया कि फिलहाल जिले में कोरोना मरीजों के लिये 350 बेड तैयार हैं. जबकि 500 बेड स्टैंडबाय में हैं. यही नहीं जीवनरक्षक उपकरणों से सुसज्जित 60 बेडों के लिए आइसीयू भी तैयार है. इसलिये लोगों को घबराने की जरुरत नहीं है बल्कि जनता सिर्फ प्रशासन का सहयोग करें, अपनी जांच कराये और वैक्सीन लें.
वैक्सीन की कमी के कारण घटाये गए केंद्रों की संख्या
जिले में वैक्सीनेशन केंद्रों की संख्या कम किये जाने पर जानकारी देते हुए डीसी ने कहा कि जिले में टारगेट की तुलना में वैक्सीन की कुछ कमी हो गई है. जिसके कारण फिलहाल 41 से 45 केंद्रों पर ही टीकाकरण का काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि वैक्सीन की कमी की सूचना राज्य सरकार को भेजे जाने के बाद ही जिले में 7000 हजार वाॅयल भेज दिया गया. लेकिन वैक्सीन की कमी के कारण जानबुझकर केंद्रों की संख्या को घटाया गया ताकि लोगों को परेशानी न हो. बहरहाल कोरोना से लोगों को बचाने के लिये प्रशासन ने तो तैयारी पूरी कर ली है लेकिन आम लोगों को भी विशेष सतर्कता बरतने की जरुरत है अन्यथा कोरोना फिर से अपने पुराने रंग दिखाने लगेगा.