देवघर: धार्मिक नगरी के साथ ही देवघर सांस्कृतिक राजधानी भी है. ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव 2019 को लेकर देवघर विधानसभा की जनता ने अपना मेनिफेस्टो जारी कर दिया है. ईटीवी भारत से जनता ने अपना मेनिफेस्टो बताते हुए कहा कि क्राइम का लगातार बढ़ते ग्राफ से लोगों का जीना मुहाल हो गया है.
वीडियो में देखें ये स्पेशल स्टोरी जनता ने शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव के साथ ही गरीब तबके के बच्चों को अच्छी शिक्षा की मांग की है. आए दिन यहां स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से लोगों की जान जा रही है. जिसको बेहतर करने की जरूरत है. जनता ने देवघर विधानसभा में बेरोजगारी जैसी समस्या पर खासा ध्यान देने की बात कही है. लोगों का कहना है कि देवघर विधानसभा में सिर्फ बाबा मंदिर ही आय का एक श्रोत है, जहां पर्यटकों का आना होता है.
देवघर की जनता का मेनिफेस्टो देवघर झारखंड के 24 जिलों में से एक है. देवघर शहर जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है. इस जिले को बाबा बैद्यनाथ के ज्योतिर्लिंग के कारण भी जाना जाता है. यह जिला संथाल परगना प्रमंडल के अंतर्गत है. संथाल परगना के पश्चिम क्षेत्र में स्थित है. इसके उत्तर दिशा में भागलपुर जिला, दक्षिण-पूर्व में दुमका जिला तथा पश्चिम में गिरिडीह जिला है. साल 2011 के जनगणना के आधार पर देवघर की जनसंख्या लगभग 14,91,879 है. जिसमे लगभग 55 फीसदी आबादी पुरुषों और लगभग 45 फीसदी आबादी महिलाओं की है. देवघर की साक्षरता दर 76 फीसदी है जो राष्ट्रीय औसत दर 59.5 फीसदी से ज्यादा है. पुरुष साक्षरता दर 82 फीसदी और महिला साक्षरता दर 69 फीसदी है. देवघर की कुल आबादी में 12 फीसदी 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चे हैं.
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एक नजर में देवघर विधानसभा
साल 2005 में जदयू के कामेशवर नाथ दास ने आजाद झारखंड में देवघर विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की थी. इसके बाद 2009 में राजद से सुरेश पासवान ने इस सीट पर परचम लहराया. 2014 में मोदी लहर में पार्टी ने नारायण दास को अपना उम्मीदवार बनाया और उन्होंने जीत भी दर्ज की. फिवहाल अभी तक इस विधानसभा सीट की जनता ने किसी भी विधायक को दोबारा सत्ता पर नहीं बैठाया है.