देवघर: बीमार मरीजों के तीमारदारों को डरा कर मोटी रकम ऐंठने वाले गिरोह का खुलासा होने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. आलम यह है कि सिविल सर्जन ने लोहरजगा सदर अस्पताल सहित ब्लड बैंक के तमाम पदाधिकारियों, कर्मचारियों और गार्ड तक पर कार्रवाई की बात कर रहे हैं.
सदर अस्पताल में ब्लड का कारोबार 5 हजार की डिमांड
देवीपुर इलाके की रहने वाली फुलमनी हांसदा नाम की मरीज को देवघर सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. इसी बीच डॉक्टर ने परिजनों से मरीज के लिए एक यूनिट खून का इंतजाम करने को कहा. फिर क्या था, जैसे ही डॉक्टर की डिमांड खून के दलालों के कान तक पहुंची, उनका पूरा कुनबा एक्टिव हो गया.
दलाल हुए फरार
वहीं, दलाल ने एक यूनिट खून देने के एवज पांच हजार रुपये की डिमांड कर डाली. इतना ही नहीं जब इस बात की भनक स्थानीय पत्रकारों को हुई, तब जाकर उस गरीब मरीज को खून उपलब्ध कराई गई. दलालों ने सौदा बिगड़ता देख पीड़ित मरीज की पिटाई करने तक की योजना बना डाली, गनीमत रही की पत्रकारों की मौजूदगी देखकर वह अपने इरादे में कामयाब नहीं हो पाए और मौके से फरार हो गए.
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कर्मियों के बीच हड़कंप
बहरहाल, इस मामले का खुलासा होने के बाद एक तरफ सिविल सर्जन कृष्ण कुमार ने जहां सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. वहीं, ब्लड बैंक के तमाम कर्मियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है.