देवघर: देवीपुर प्रखंड के बाघमारी पंचायत का बाघमारी गांव में लगभग 50 दलित परिवार रहते हैं, लेकिन यह दलित परिवार आज खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं. उनका कहना है कि उन्हें बिजली और राशन जरूर मिल रहा है फिर भी वे नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. इस गांव के लोगों को न तो पीएम आवास की सुविधा मिली है और न ही इस गांव में नाला और शौचालय है. कुल मिलाकार बाघमारी गांव के दलित परिवार मूलभूत सुविधाओं से कोसो दूर हैं. उनके इस हालात के लिए यहां के जनप्रतिनिधि और प्रशासन भी काफी हद तक जिम्मेदार है.
बाघमारी गांव सड़क किनारे बसा हुआ है, यहां 150 लोगों की आबादी है. मुख्य सड़क के किनारे होने के कारण इन्हें बिजली और राशन भी मुहैया कराया जा रहा है. यहां की ग्रामीण महिलाएं बताती हैं कि वे मिट्टी के घरों को प्लास्टिक से ढककर दिन गुजार रही हैं. बारिश की वजह से वे लोग बाल-बच्चों संग रतजगा करने को मजबूर हैं, बारिश का पानी घरों में घुसने के कारण उनकी परेशानी पहले से कई ज्यादा बढ़ जाती है.