जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम उपायुक्त कार्यालय और कोल्हान के सबसे बड़े अस्पताल में अधिकारियों को बोतल बंद पानी मिलता है जबकि आम लोगों के लिए गंदा पानी पीने की व्यवस्था है. सरकारी कार्यलयों में लगी पानी की टंकियों में ढक्कन और नियमित सफाई न होने से पानी में गंदगी और काई जमा हो गई है.
MGM में अधिकारियों को मिलता है बोतल बंद पानी, मरीजों के लिए गंदे पानी की है व्यवस्था
पूर्वी सिंहभूम उपायुक्त कार्यालय और कोल्हान के सबसे बड़े अस्पताल में अधिकारियों बोतल बंद पानी मिलता है. जबकि यहां आम लोगों के लिए गंदे पानी की व्यवस्था है. एक ओर अधिकारी मरीजों को स्वच्छ रहने और दूषित पानी न पीने की सलाह देते हैं, लेकिन उनके ही कार्यालय की व्यवस्था पर उनका कोई ध्यान नहीं है. कार्यालय में पानी की व्यवस्था चौंकाने वाला है. उपायुक्त कार्यालय में 11 में से 9 टंकियां बिना ढक्कन के मिली. एमजीएम अस्पताल के हड्डी विभाग की छत पर पांच टंकियों के ढक्कन नहीं मिले.
इन्हीं टंकियों का पानी कार्यालय में आनेवाले फरियादी मरीज और कर्मचारी पी रहे हैं. एक ओर अधिकारी लोगों को स्वच्छ रहने और दूषित पानी न पीने की सलाह देते हैं, लेकिन अपने ही कार्यालय की व्यवस्था पर उनका कोई ध्यान नहीं है. कार्यालय में पानी की व्यवस्था चौंकाने वाली है. उपायुक्त कार्यालय में 11 में से 9 टंकियां बिना ढक्कन के मिली. एमजीएम अस्पताल के हड्डी विभाग की छत पर पांच टंकियों के ढक्कन नहीं मिले.
कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में आए मरीज काई लगा पानी पी रहे हैं. बता दें कि एमजीएम अस्पताल के ओपीडी में हर दिन हजारों मरीज आते हैं. मरीज यही पानी पीकर अपनी प्यास बुझाते हैं. कुछ महीनों से यहां भर्ती हुए मरीज के परिजनों ने बताया कि पानी स्वाद से ही गंदा लगता है. इस लिए वह दिन भर में पांच से अधिक बोतल पानी खरीदकर लाते हैं. एमजीएम अस्पताल के उपाधीक्षक ने बताया पानी के लिए जूस्को के द्वारा व्यवस्था की गई है, इसके साथ ही डीप बोरिंग की व्यस्था भी है. मेडिसिन विभाग के ऊपर बनी टंकी को कुछ दिन पहले ही बनाया गया है. लेकिन आंधी के कारण टंकी की ढक्कन उड़ गया.