रांची: झारखंड में इंश्योरेंस घोटाले का एक बड़ा मामला सामने आया है. मृतकों के नाम पर इंश्योरेंस कराकर बाद में पैसे की निकासी कर ली गई. टाटा एआईए लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के कोलकाता स्थित मुख्यालय की शिकायत पर राज्य पुलिस मुख्यालय ने घोटाले में शामिल लोगों की भूमिका की जांच के लिए सभी जिलों के एसपी को पत्र भेजा है.
टाटा एआईए कंपनी ने राज्य पुलिस मुख्यालय को लिखे पत्र में लिखा है कि कंपनी के एजेंटों ने असमाजिक तत्वों की मदद से मरे हुए लोगों के नाम पर इंश्योरेंस करवा लिया. कई ऐसे लोगों को इंश्योरेंस कराया जो गंभीर बीमारियों से जुझ रहे थे. उन लोगों के नाम पर फर्जी इंश्योरेंस कराकर आम आदमी को पैसे का काफी नुकसान पहुंचाया गया है.
कागजात जुटाकर कराया फर्जी इंश्योरेंस
कंपनी की आंतरिक जांच रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि कई एजेंटों ने मृत लोगों के कागजात जुटाकर इंश्योरेंस करवाया है. असामाजिक तत्वों के साथ मिली भगत कर कई गलत कागजातों के आधार पर इंश्योरेंस करवा कर पैसे की निकासी की गई है. कई गरीब लोगों के कागजातों का भी एजेंटों ने गलत इस्तेमाल किया. कंपनी ने राज्य पुलिस मुख्यालय को दिए गए आवेदन में जिक्र किया है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि फर्जी तरीके से इंश्योरेंस के मामलों में कार्रवाई करें.
चिन्हित एजेंटों का लिस्ट भी सौंपा गया
कंपनी ने फर्जीवाड़ा कर इंश्योरेंस कराने वाले एजेंटों की पूरी लिस्ट भी राज्य पुलिस मुख्यालय को सौंपी हैं. राज्य पुलिस मुख्यालय ने एजेंटों पर कार्रवाई के लिए सभी जिलों के एसपी को पत्र भेजा है. एजेंटों के साथ असमाजिक तत्वों और फर्जी कागजात बनाने वाले गिरोहों की भमिका पर भी जिलों के एसपी को कार्रवाई का आदेश दिया गया है.
कई सफेदपोशों की मिलीभगत
फिलहाल, मामले की तफ्तीश में झारखंड पुलिस जुट चुकी है जो जानकारी हासिल हुई है उसके अनुसार मरे हुए इंसानों के इंश्योरेंस के नाम पर करोड़ों रुपए की रकम का घोटाला हो चुका है. इसमें कई सफेदपोश लोगों की भी भूमिका बताई जा रही है.