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देवघरः बेलपत्र समाज की हुई बैठक, बेलपत्र प्रदर्शनी को और भव्य बनाने की तैयारी - देवघर में बेलपत्र प्रदर्शनी

देवघर में बेलपत्र प्रदर्शनी और भी भव्य बनाने के लिए बेलपत्र समाज के दलों ने बैठक कर निर्णय लिया. इस बार बेलपत्र प्रदर्शनी के समापन के बाद चुनाव भी कराया गया और एक संस्था का भी गठन किया गया ताकि बेलपत्र प्रदर्शनी को बढ़ावा मिल सके.

Belpatra society held a meeting in Deoghar
देवघर में बेलपत्र समाज के दलों ने बैठक की

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Published : Sep 20, 2020, 5:07 PM IST

देवघरःप्रतिवर्ष सावन महीने में लगने वाली बेलपत्र प्रदर्शनी और भी भव्य बनाने के लिए बेलपत्र समाज के दलों ने बैठक कर निर्णय लिया. बता दें कि श्रावण माह के प्रत्येक सोमवारी को देवघर के पंडा समाज में ही बेलपत्र दल का चुनाव कर सभी प्रदर्शनी लगाते है और इसके अंतिम में बेहतर प्रदर्शनी करने वाले को दल के सरदार पंडा की ओर से इनाम भी दिया जाता है.

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बता दें कि यह काफी पुरानी परंपरा है. इस परंपरा की शुरूआत बमबम बाबा समाज के लोगों ने की थी, जो बिहार, झारखंड और बंगाल के जगलों से दुर्लभ बेलपत्र लाकर प्रदर्शनी लगाया करते थे. इस बार बेलपत्र प्रदर्शनी के समापन के बाद चुनाव भी कराया गया और एक संस्था का भी गठन किया गया ताकि बेलपत्र प्रदर्शनी को बढ़ावा मिल सके. बहरहाल, बेलपत्र प्रदर्शनी के दलों ने इस दफे चुनाव में हीरा पंडित को अध्यक्ष बनाया है. वहीं, उन्होंने कहा कि अब युवाओं का दल बेलपत्र प्रदर्शनी में भाग लेगा और श्रावणी महीने में लगने वाली बेलपत्र प्रदर्शनी अब और भी भव्य होगी, जिसमें बाबा भोले का प्रतीक बेलपत्र का अद्भुत नजारा होगा जिससे श्रद्धालु भाव विभोर होंगे.

बेलपत्र प्रदर्शनी खास क्यों

जिले के बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर में पुजारी वर्ग ही दुर्लभ बेलपत्रों की अनोखी प्रदर्शनी लगाते हैं. यहां बांग्ला पंचांग के अनुसार सावन संक्रांति के बाद प्रत्येक सोमवार को बेलपत्र की प्रदर्शनी लगायी जाती है. बेलपत्र प्रदर्शनी में पुरोहित समाज के ही लोग हिस्सा लेते हैं, जिनमें ‘जनरैल’, ‘बरनैल’ और ‘बमबम बाबा’ सहित पांच समाज के लोग शामिल हैं. बता दें कि इस प्रदर्शनी में दुर्लभ बेलपत्रों को इकट्ठा कर चांदी के थाल में चिपकाया जाता है और मंदिर में चढ़ाने के बाद इसे प्रदर्शनी में शामिल किया जाता है.

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