धनबाद: कोयलांचल का सबसे बड़ा अस्पताल पीएमसीएच धनबाद का हाल बेहाल है. यहां पर सिर्फ धनबाद जिले के ही नहीं बल्कि झारखंड के कई अन्य जिलों से भी मरीज आते हैं. इस अस्पताल में हर दिन लगभग 2000 मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं, लेकिन पीएमसीएच का हाल इन दिनों बदत्तर है.
PMCH धनबाद का हाल-बेहाल, खून के अभाव में 2 महिलाओं की गई जान - Jharkhand News
कोयलांचल का सबसे बड़ा अस्पताल पीएमसीएच धनबाद का हाल बेहाल है. यहां पर सिर्फ धनबाद जिले के ही नहीं बल्कि झारखंड के कई अन्य जिलों से भी मरीज आते हैं. इस अस्पताल में हर दिन लगभग 2000 मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं, लेकिन पीएमसीएच का हाल इन दिनों बदत्तर है. पिछले 2 दिनों से यहां पर खून के अभाव में दो महिला की जान चली गई है.
पिछले 2 दिनों से यहां पर खून के अभाव में दो महिला की जान चली गई है. इस महिला की नसीब तो देखिए खून के बिना मरने के बाद उसे श्मशान भी बहुत मुश्किल के बाद नसीब हुआ. बता दें कि बरवाअड्डा इलाके के पिछड़े गांव की रहने वाली ज्योति देवी का प्रसव होने वाला था. जिसके लिए उसके परिजन उसे पीएमसीएच धनबाद लेकर आए थे, छोटा ऑपरेशन के बाद उसे एक बच्चा भी हुआ, लेकिन वह बच्चा मरा हुआ ही पैदा हुआ उसके बाद डॉक्टरों ने खून चढ़ाने की बात कही, लेकिन पीएमसीएच धनबाद में खून उपलब्ध नहीं होने के कारण महिला की जान चली गई.
ज्योति देवी के परिजन ज्योति देवी के शव को अपने घर लेकर गए और श्मशान जाने की तैयारी करने लगे, लेकिन वह श्मशान जाने से हिचकिचा रहे थे. क्योंकि श्मशान में शिवपूजन गोप नाम के जमीन मालिक ने शव जलाने से मना कर दिया. हालांकि, मामला बढ़ने पर बरवाअड्डा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और ज्योति देवी का अंतिम संस्कार कराया गया. शिवपूजन गोप का कहना है कि यह जमीन उनके पूर्वजों की है और उनके पास जमीन का सारा कागजात भी मौजूद है. रसीद भी कट रहा है. उन्होंने कहा कि पहले इस जमीन पर क्या हुआ उन्हें नहीं मालूम, लेकिन अब उनका घर परिवार बढ़ रहा है और उन्हें यहां पर घर बनाकर रहना है. ऐसे में वो अपने जमीन पर शव जलाने नहीं देंगे.