कालका-शिमला एनएच-5 अस्थाई तौर पर तैयार. कसौली: सोलन जिले में चक्की मोड़ के पास कालका-शिमला नेशनल हाईवे-5 आज सोमवार दोपहर तक बहाल हो सकता है. जानकारी के अनुसार रविवार शाम तक यहां पहाड़ी से आए मलबे को खाई की तरफ गिराकर मैदान तैयार किया गया. अस्थाई तौर पर यहां हाईवे को 90 फीसदी तक तैयार कर दिया गया है. हालांकि अभी भी यहां पर पहाड़ी से लैंडस्लाइड का खतरा लगातार बना हुआ है. वहीं, अगर बारिश नहीं हुई तो आज सोमवार दोपहर तक छोटे वाहनों के लिए हाईवे बहाल करने की पूरी संभावना है.
लैंडस्लाइड से धंसा था हाईवे: गौरतलब है कि कुछ दिन पहले चक्की मोड़ के पास कालका-शिमला एनएच-5 पर भारी लैंडस्लाइड हुआ था. लैंडस्लाइड के कारण 50 मीटर तक हाईवे धंस गया था. जिसके चलते यहां पर यातायात बिलकुल बाधित हो गया था. फोरलेन कंपनी द्वारा इसे जल्द बहाल करने के लिए मशीनरी को काम पर लगा दिया गया और अब काफी हद तक हाईवे पर से मलबा हटा कर एक मैदान तैयार कर दिया गया है.
कालका-शिमला एनएच-5 पर हटाया मलबा. फोरलेन कंपनी ने किए बदलाव:मिली जानकारी के मुताबिक चक्कीमोड़ में भारी लैंडस्लाइड को देखते हुए फोरलेन निर्माण कंपनी ने प्लान में कुछ बदलाव किए हैं. अब वाहनों की आवाजाही शुरू करने के लिए क्षतिग्रस्त क्षेत्र में नीचे की ओर गिराए गए मलबे के ऊपर अस्थाई सड़क बनाई जा रही है. इसके लिए पहले यहां पर मैदान जैसा तैयार किया जा रहा है. मैदान तैयार होने के बाद यहां पर 90 फीसदी तक सड़क तैयार कर दी गई है. वहीं, पहाड़ी की ओर से आए मलबे को मशीनों से बहुत ज्यादा नहीं निकाला जाएगा. केवल आगे आए मलबे को ही मशीन की ओर से हटाने का कार्य किया जाएगा.
सोलन में कालका-शिमला एनएच-5. मलबा हटाया तो होगा लैंडस्लाइड: फोरलेन कंपनी के अधिकारियों के अनुसार अगर पहाड़ी की तरफ से सड़क बनाने के लिए ज्यादा मात्रा में मलबा हटाया जाता है तो ऊपर से और ज्यादा लैंडस्लाइड होने की आशंका बनी रहती है. सड़क निर्माण के लिए दोनों ओर से पोकलेन मशीन आगे तक गिरे मलबे को ही हटाने का काम कर रही है. दिन रात कर्मचारी सड़क पर काम के लिए तैनात हैं. हालांकि हाईवे पर फिर से कब लैंडस्लाइड हो जाए, इसके बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है.
चक्की मोड़ के पास कालका-शिमला नेशनल हाईवे-5. बुधवार से बंद है हाईवे:कालका-शिमला नेशनल हाईवे-5 परवाणू से कुमारहट्टी तक पूरी तरह से बंद है. ऐसे में यहां से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बाधित है. चक्की मोड़ के पास बुधवार शाम करीब 4 बजे भारी लैंडस्लाइड के चलते हाईवे 50 मीटर तक ढह गया था. जिसके बाद से वाहनों की आवाजाही वैकल्पिक सड़कों से की जा रही है.
हाईवे खुलने के बाद भी रहेगा खतरा: चक्की मोड़ के पास अस्थाई तौर पर छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए हाईवे को तैयार किया जा रहा है, लेकिन यहां पर लैंडस्लाइड का खतरा लगातार बना हुआ है. जिस कारण लोगों को जान हथेली पर रखकर यहां से आवाजाही करनी पड़ेगी. बताया जा रहा है कि हाईवे पर पहाड़ी के दरकने के साथ चट्टानें गिरने का भी खतरा जारी है, क्योंकि पहाड़ी के ठीक ऊपर पत्थर में दरार आ गई है. पहाड़ी में लगभग आधा किलोमीटर तक दरार भी आ चुकी है. जिससे हाईवे पर आवाजाही करना खतरे से खाली नहीं है.
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